KNEWS DESK – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रिपरिषद की बैठक में कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने सबसे पहले गणेश चतुर्थी पर्व पर प्रदेश में अवकाश घोषित किया। इसके साथ ही राज्य शासन की अवकाश व्यवस्था की समीक्षा के लिए समिति बनाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि और गणेश उत्सव जैसे धार्मिक आयोजनों में स्वदेशी सामान को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मूर्ति निर्माण में मिट्टी और लुगदी का उपयोग हो, ताकि पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने वाले प्लास्टर ऑफ पेरिस को रोका जा सके। साथ ही पूजा-पाठ में देशी वस्त्र और सजावटी सामान का उपयोग कर छोटे व्यापारियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा निकाय चुनाव
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि नगरीय निकायों के आम निर्वाचन 2027 में अध्यक्ष पद का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। यानी मतदाता सीधे अपने अध्यक्ष का चुनाव कर सकेंगे। इसे उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और मजबूत बनाने वाला कदम बताया।
माइनिंग कॉन्क्लेव की उपलब्धियां
कटनी में हाल ही में आयोजित माइनिंग कॉन्क्लेव की उपलब्धियों की जानकारी साझा करते हुए डॉ. यादव ने कहा कि इसमें 56 हजार 414 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इस आयोजन में क्रिटिकल मिनरल्स, स्ट्रेटजिक मिनरल्स और रेयर अर्थ एलिमेंट्स की संभावनाओं पर विशेष फोकस रहा। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू भी किए गए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए 27 प्रमुख सड़क परियोजनाएं तैयार की गई हैं। इनमें जबलपुर-भोपाल ग्रीन फील्ड हाईवे (255 किमी), इंदौर-भोपाल ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (160 किमी), लखनादौन-रायपुर फोर लेन हाईवे (220 किमी) और उज्जैन-झालावाड़ मार्ग जैसी अहम परियोजनाएं शामिल हैं। साथ ही कान्हा, बांधवगढ़, पेंच और पन्ना राष्ट्रीय उद्यानों को जोड़ने के लिए टाइगर कॉरिडोर भी बनाया जाएगा।
धार्मिक और पर्यटन कॉन्क्लेव
प्रदेश में धार्मिक और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। 27 अगस्त को उज्जैन में ग्लोबल स्पिरिचुअल कॉन्क्लेव आयोजित होगा, जिसमें देश-विदेश के 300 से अधिक गणमान्य लोग शामिल होंगे। इसमें आध्यात्मिक गुरु, विचारक, बड़े मंदिर ट्रस्टों के अधिकारी और कॉर्पोरेट क्षेत्र के दिग्गज भी भाग लेंगे।
इसके अलावा 29-30 अगस्त को ग्वालियर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव होगा। इसमें 500 से अधिक पर्यटन विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और उद्योगपति शामिल होंगे। इस आयोजन से ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग में पर्यटन निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है।