डिजिटल डेस्क- मध्य प्रदेश के गुना जिले के गणेशपुर गांव में हुए जमीनी विवाद और किसान की मौत के मामले ने प्रदेश की सियासत को हिला कर रख दिया है। इस घटना के मुख्य आरोपी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बूथ अध्यक्ष महेंद्र नागर को पार्टी ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। महेंद्र नागर पर आरोप है कि उसने जमीनी विवाद के दौरान अपनी थार गाड़ी से किसान रामस्वरूप नागर को कुचल दिया, जिससे किसान की मौके पर ही मौत हो गई।
जिलाध्यक्ष ने जारी किया निष्कासित पत्र
गुना जिला भाजपा अध्यक्ष द्यमेन्द्र सिंह सिकरवार द्वारा जारी निष्कासन पत्र में कहा गया है कि आपके द्वारा पारिवारिक विवाद में किए गए आपराधिक कृत्य की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार आपको संगठन की मर्यादा, सभ्यता एवं दायित्वों के प्रतिकूल आचरण के कारण भारतीय जनता पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया जाता है। पार्टी ने इस कदम के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की है कि संगठन किसी भी कार्यकर्ता या नेता द्वारा की गई अनुशासनहीनता और आपराधिक कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा के प्रदेश नेतृत्व का कहना है कि संगठन की मर्यादा सर्वोपरि है और जो भी उसके दायरे से बाहर जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
क्या था पूरा मामला?
गुना जिले के गणेशपुर गांव में दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद लंबे समय से चल रहा था। शुक्रवार को यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इसी दौरान आरोप है कि महेंद्र नागर ने अपने वाहन से किसान रामस्वरूप नागर को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
दबंग नेता लंबे समय से जमीन पर कब्जा करने की कर रहा था कोशिश
ग्रामीणों के अनुसार, मृतक रामस्वरूप नागर की जमीन पर दबंग पक्ष लंबे समय से कब्जा करने की कोशिश कर रहा था। जब रामस्वरूप ने इसका विरोध किया तो विवाद हिंसक हो गया। बताया जा रहा है कि जब किसान की बेटियां और अन्य महिलाएं उसे बचाने पहुंचीं, तो उनके साथ भी मारपीट की गई और कपड़े तक फाड़ दिए गए।