बीजेपी में गुटबाजी: विधायक की दरोगा बहू पर भ्रष्टाचार का आरोप, थाने से हटाने के लिए जिप अध्यक्ष ने लिखा सीएम को पत्र

शिव शंकर सविता- मध्य प्रदेश की राजनीति में बीजेपी के अंदर गुटबाजी एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार विवाद का केंद्र बनी हैं ईसागढ़ थाना प्रभारी रीना रघुवंशी, जो कि चंदेरी विधानसभा के बीजेपी विधायक की बहू हैं। उन पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है। दरअसल, जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर थाना प्रभारी को हटाने की मांग की है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि थाना प्रभारी रीना रघुवंशी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और वह क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रही हैं।

पत्र में क्या लिखा गया?

अजय प्रताप सिंह यादव ने अपने पत्र में लिखा कि रीना रघुवंशी सब इंस्पेक्टर पद पर रहते हुए भी लंबे समय से ईसागढ़ थाने का प्रभार संभाल रही हैं। वे लोगों पर झूठे केस दर्ज कर पैसे वसूल रही हैं। उनके संरक्षण में जुआ, सट्टा, शराब, गांजा और रिश्वतखोरी का कारोबार चल रहा है। पत्र में साफ तौर पर कहा गया है कि “थाना प्रभारी चंदेरी के प्रभावशाली विधायक की पुत्रवधू हैं, इसलिए उन्हें खुला संरक्षण मिला हुआ है।” उन्होंने यह भी लिखा कि थाना प्रभारी के कार्यशैली से क्षेत्र में भय और आतंक का माहौल है। लोग आए दिन उनसे शिकायत करते हैं और पुलिस विभाग की छवि खराब हो रही है।

कार्रवाई न होने पर जन आंदोलन की चेतावनी

जिला पंचायत अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रीना रघुवंशी को तत्काल प्रभाव से ईसागढ़ थाने से नहीं हटाया गया तो क्षेत्र में जन आंदोलन खड़ा हो सकता है। उन्होंने इस मामले में सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

बीजेपी में बढ़ी अंदरूनी कलह

यह विवाद बीजेपी के भीतर बढ़ती गुटबाजी की ओर इशारा करता है। एक ओर विधायक की बहू थाना प्रभारी के पद पर हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी का ही एक वरिष्ठ पदाधिकारी उनके खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल रहा है। इससे न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है, बल्कि पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।