KNEWSDESK – प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री भार्गव का एक बड़ा बयान सामने आया है। संकेत देते हुए, उन्होने मुख्यमंत्री पद को लेकर अपनी इच्छा व्यक्त की इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपना दावा किया। मंत्री ने कहा कि यह अंतिम चुनाव होगा गुरु आदेश है। निश्चित तौर पर मुझे लगा कि इस बार चुनाव हो रहे हैं, तो किसी को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं किया जा रहा है। आपको बता दें कि गोपाल भार्गव 1985 से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं, तब से वह आठ बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं और हर बड़े पद पर रह चुके हैं।
लाेक निर्माण मंत्री भार्गव ने कहा कि गुरु जी ने मुझे से कहा कि इतना परेशान हुए हो तो एक बार चुनाव लड़ जाओ। यह अंतिम चुनाव होगा । गुरु आदेश है। निश्चित तौर पर मुझे लगा कि इस बार चुनाव हो रहे हैं, तो किसी को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं किया जा रहा है। गुरु आज्ञा है तो हो सकता है कि परमेश्वर की कुछ इच्छा हो। ऐसा भी नहीं है कि कोई चाहता हो। लोग सरपंच, पार्षद बनने के लिए पार्षद रहते हैं। भगवान ने मुझे सब कुछ बनाया, नगर पालिका अध्यक्ष बनाया, विधायक बनाया, मंत्री बनाया। सबसे बड़ा पद होता है, मुख्यमंत्री के बराबर। नेता प्रतिपक्ष भी बनाया। मैं 108 विधायकों का नेता था। कमलनाथ जी 113 विधायकों के नेता थे। हर चीज का मुहूर्त होता है। भाग्य रेखा में न रहा हो। समय कभी भी बदल सकता है। कुछ भी हो सकता है, जो कुछ भी बनूं सब आपके लिए बनूं।
15 साल मंत्री पद पर रहे
गोपाल भार्गव 1985 में पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे। तब से वह आठ बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2003 से लगातार 15 साल मंत्री पद पर रहे। बीच में उन्होंने डेढ़ साल तक नेता प्रतिपक्ष का जिम्मा संभाला। जैसे ही भाजपा की सरकार बनी फिर मंत्री बन गए|