ज़िन्दगी देने वाला टीका बना मौत की वजह…6 माह के बच्चे की 12 घंटे में मौत

पीलीभीत, कहते हैं कि बच्चों के पैदा होने पर उनका टीकाकरण करवाया जाना चाहिए। शिशु के जन्म के 1 साल तक उसका टीकाकरण होता रहता है जो उससे बच्चो में होने वाली आम बीमारियों से बचाता है। टीकाकरण से बच्‍चों में बीमारियों या संक्रमण होने के खतरे को काफी कम किया जा सकता है। लेकिन क्या अपने कभी सोचा था कि यह टीकाकरण जो बच्चों को एक स्वस्थ जीवन देता है वही उनकी मौत का कारण बन जायेगा ?

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक 6 महीने के बच्चे की टीका लगने के 12 घंटे बाद मौत हो गई। परिजनो ने ANM पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना यह है कि इंजेक्शन लगने के कुछ ही देर बाद बच्चे की तबीयत खराब हो गई थी।

बुधवार को थाना बिलसंडा क्षेत्र के खजुरिया नवीराम गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया था। उसी गांव की रहने वाली संगीता अपने 6 महीने के बेटे शिवम को उस शिविर में ले कर गई थी जहाँ उसको इंजेक्शन लगाने के बाद वह बेहोश हो गया था। संगीता ने जब ANM से पूछा तो उन्होंने कहा के इंजेक्शन लगने के बाद ज़्यादातर बच्चों में ऐसा हो जाता है तो घबराने की कोई बात नहीं है।

इसके बाद संगीता जब अपने बच्चे को ले कर घर पहुंची तो वह नीला पड़ने लगा था। तभी वह अपने बच्चे को ले कर सीएससी चली गई जहाँ शिवम् को मृत घोषित कर दिया। वहीं उसके पिता अविनाश ने बताया कि वह अपने बच्चे का टीकाकरण करवाने आंगनबाड़ी केंद्र में लगे शिविर में ले कर गए थे जहाँ वह बीमार पड़ गया था।

CMO आलोक कुमार शर्मा का कहना यह है कि इस केस की जांच जारी है और बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है जिसके बाद ही उसकी मौत की वजह का पता लगेगी। CMO का कहना यह भी है कि जांच के दौरान अगर ANM की गलती मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।

इसी मामले में सीएससी के डॉक्टर मनीष राज शर्मा ने बताया कि इंजेक्शन लगने के बाद ही बच्चे की मौत हो गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि एक ही बोतल से 5 बच्चों को टीका लगाया गया था जिसमें से एक की मौत हो गई और बाकी 4 बच्चे स्वस्थ हैं।

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