हमीरपुर परिवार न्यायालय की पीठासीन अधिकारी स्थानांतरण पर झूमे वकील, अधिवक्ताओं ने मिठाई बांटी

रिपोर्ट – सिद्धार्थ द्विवेदी

उत्तर प्रदेश — हमीरपुर परिवार न्यायालय की पीठासीन अधिकारी आराधना रानी का स्थानांतरण आदेश जारी होते ही वकीलों में हर्ष की लहर दौड़ गई। वकीलों ने कचहरी में एक-दूसरे का मुंह मीठा कराते हुए जोशीले नारे लगाए।

कार्यशैली से नाराज वकीलों ने 33 दिनों तक की थी हड़ताल

बता दें कि पीठासीन अधिकारी के कार्यशैली से नाराज वकीलों ने 33 दिनों तक हड़ताल की थी। बीते माह वकीलों के प्रतिनिधि मंडल ने हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश से मिले, आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त की थी। डिस्ट्रिक्ट बार संघ के अध्यक्ष फूल सिंह कुशवाहा, प्रोग्रेसिव एंड प्रैक्टिसिंग बार संघ के अध्यक्ष राजेंद्रवीर सिंह की अगुवाई में 20 फरवरी से वकीलों की कार्य बहिष्कार हड़ताल शुरू हुई थी, जो कि चार मार्च को क्रमिक अनशन में तब्दील हो गई।

हड़ताल को प्रदेश के अन्य बार संघो से भी मिला समर्थन 

प्रतिदिन पांच वकीलों का प्रतिनिधि मंडल क्रमिक अनशन में बैठता रहा। इस हड़ताल को प्रदेश के अन्य बार संघो से भी समर्थन मिला था। वकीलों का आरोप था कि पीठासीन अधिकारी ने बगैर किसी सुनवाई के दो सौ से अधिक परिवाद खारिज कर दिए हैं। कोर्ट रूम में वकीलों के साथ अभद्रता करना और उन्हें जेल भेजने की धमकी देना आम हो चुका था। मुवक्किलों के सामने ही कई बार वकीलों के साथ अभद्रता भी की गई थी।

आदेश जारी होते ही वकीलों में हर्ष की लहर

बार संघ के महामंत्री देवीप्रसाद शुक्ल ने बताया कि पिछले दिनों हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश ने अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक पीठासीन अधिकारी के स्थानांतरण को आश्वासन दिया था| जिसके बाद हड़ताल समात कर दी गई थी, लेकिन वकीलों ने परिवार न्यायालय का बहिष्कार जारी रखा था। एक सप्ताह गुजरने के बाद भी स्थानांतरण संबंधी कोई आदेश जारी न होने से वकीलों में बेचैनी थी, आज जैसे ही स्थानांतरण का आदेश जारी हुआ वकीलों में हर्ष की लहर दौड़ गई।

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