रिपोर्ट- अनिरुद्ध पाण्डेय
उत्तर प्रदेश- कौशांबी जिला अस्पताल में एमआर और दलालों का बोलबाला है| यही नहीं यहां से दलाल मरीजों को धोखे से अपने लाभ के लिए निजी अस्पताल लेकर चले जाते हैं। इस वजह से मरीज हर दिन लुट रहा है। जिला अस्पताल में स्टाफ बिना ड्रेस कोड के घूमते हुए दिखाई देते हैं| इससे दलाल व स्टाफ की पहचान नहीं हो पाती। व्यवस्था सुधार के लिए सीएमएस ने कड़े निर्देश भी दिए हैं लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है| गुरुवार को हकीकत जांची गई तो न तो व्यवस्था में सुधार दिखा और न ही निर्देशों का पालन होता नजर आया। इसके अलावा ओपीडी में निजी पैथालॉजी और मेडिकल स्टोर वाले हावी रहे।
सुबह से ही सक्रिय हो जाते हैं दलाल
जिला अस्पताल में सुबह 8 बजे के बाद इमरजेंसी कक्ष के बाहर निजी अस्पताल के दलाल मैदान में घूमते रहते हैं और वहां से आने वाले मरीजों को गुमराह कर के प्राइवेट अस्पताल ले कर चले जाते हैं। यह दलाल हर दिन सीसीटीवी कैमरे में कैद होते हैं लेकिन जिम्मेदारों ने अपनी आंख बंद कर रखी है।
पुलिस भी पड़ गई सुस्त
जिला अस्पताल में पुलिस कर्मियों ने दलालों पर कार्रवाई के लिए कुछ दिन तो तेजी दिखाई, लेकिन अब साठगांठ होने की वजह से दलालों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। यह सब जिला अस्पताल में लगे सीसीटीवी में कैद हो रहा है लेकिन जिम्मेदार कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं|
प्राइवेट एंबुलेंस चालक भी जिला अस्पताल में सक्रिय
इतना ही नहीं परिसर से एंबुलेंस तो हट गई मगर अस्पताल के मेन रोड पर गेट के पास इनका जमावड़ा लगने लगा है। दलाल अंदर से ऑटो व निजी वाहनों से यहां तक मरीज लेकर आते हैं। इसके बाद उन्हें झांसा देकर निजी अस्पताल ले जाते हैं।