KNEWS DESK- चमोली में बीते दिनों से लगातार क्षेत्र में बारिश हो रही है। जोशीमठ में जनवरी महीने में जो दरारें हल्की पड़ी थी वह धीरे-धीरे बढ़ने लगी है रविग्राम वार्ड में इसका सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है, जहां राणा मोहल्ला में रहने वाले 10 से 12 मकानों में दरार पड़ने की सूचना है।
दरारों के अंदर से बरसात का पानी कमरों में घुस रहा है लोग को रात डर के साए में रहने को मजबूर हैं। सीबीआरआई टीम के द्वारा छोकरा का मीटर लगाए गए थे वह भी धीरे-धीरे अब टूटने लगे हैं जैसे तैसे दरारें पड़ रही हैं क्रेको मीटर भी अपना स्थान छोड़ रहे हैं।
हालांकि प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए हैं लेकिन उसके बाद दरार बढ़ने से कहीं ना कहीं चिंता बढ़ गई। जोशीमठ उप जिला अधिकारी कुमकुम जोशी का कहना है कि प्रशासन की टीम प्रभावित इलाकों में पहुंचकर हर समय नजर बनाई हुई है कुछ दिन पहले भी गड्ढे पड़ने की सूचना मिली थी जिस पर तत्काल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान किया ।
60 से अधिक मकानों में लगे थे क्रैकोमीटर
सीबीआरआई के वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां पर 60 से अधिक मकानों में क्रैकोमीटर लगाए गए हैं। हमने इनका करीब 15 दिनों तक निरीक्षण किया है। अब प्रशासन को आगे की कार्रवाई करनी है।
रोपवे टावर के पास की स्थिति भी जांची
नगर में भू धंसाव के कारणों को जांचने के लिए विभिन्न स्तर पर जांच की जा रही हैं। आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों की टीम भी यहां पर भू धंसाव प्रभावित क्षेत्रों में जाकर मिट्टी की जांच कर रही है। साथ ही जमीन के अंदर की स्थिति का भी अध्ययन किया जा रहा है। अभी तक टीम ने 11 जगह पर जांच कर ली है। वहीं, टीम ने रविवार को जोशीमठ-औली रोपवे के टावर नंबर एक के पास भी मिट्टी और जमीन के अंदर की स्थिति का अध्ययन किया। इसके लिए टावर के पास गड्ढा बनाया गया है। जिससे पता चल सके कि भविष्य में टावर को इस भू धंसाव से खतरा हो सकता है या नहीं।