झारखंड सरकार का एक्शन, देश के 24 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, कल छत्तीसगढ़ में हुई थी रेड..

झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय में इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े रांची समेत देशभर के 24 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय छापेमारी कर रहा है। बता दें कि इससे पहले 20 फरवरी को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी ED ने प्रदेश में 12 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के घर छापेमारी की थी। सुबह 5 बजे से ईडी की टीम रायपुर में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के घर और दफ्तर पहुंची थी। दस्तावेजों को खंगालने के साथ-साथ जांच अभी भी जारी है. मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने वीरेंद्र राम के रांची, दिल्ली, सिरसा, सिवान, जमशेदपुर और आदित्यपुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है| बताया जा रहा है कि ईडी ने वीरेंद्र राम की महंगी गाड़ियों और अकूत संपत्ति के पुख्ता सबूत जुटाए हैं. वीरेंद्र राम कई दिग्गज नेताओं के चहेते हैं.

बताया जा रहा है कि इंजीनियर वीरेंद्र राम के झारखंड के पूर्ववर्ती और मौजूदा सरकार में कई बड़े नेताओं के साथ नजदीकी संबंध रहे हैं. 2019 में एक कार्रवाई के दौरान वीरेंद्र राम के अधीनस्थ काम करने वाले एक इंजीनियर के पास से 2 करोड़ 45 लाख रुपए मिले थे. बताया जाता है कि उस समय जब्त किए गए पैसे भी वीरेंद्र राम के ही थे. ईडी ने उसी समय वीरेंद्र राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.

जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान और दिल्ली में कई ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है. आज सुबह छह बजे से वीरेंद्र राम के विभिन्न ठिकानों पर ईडी लगातार कागजातों को खंगाल रही है. वर्ष 2019 में भी वीरेंद्र राम के घर हुए छापेमारी के दौरान ढाई करोड़ रुपए बरामद किए गए थे.

वीरेंद्र राम की पॉलिटिकल सर्किल में अच्छी पकड़ रखने वाले अधिकारी के रूप में पहचान है. झारखंड में सरकार किसी भी राजनीतिक दल की हो, वीरेंद्र राम सभी राजनीतिक दलों के चहेते बने रहे हैं. चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के घर छापेमारी ने राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं के बीच बेचैनी को बढ़ा दिया है.

ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य प्रभारी अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम को पद से हटाने जाने के लिए झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई है. एसीबी में भ्रष्टाचार के मामले दर्ज होने के बावजूद आरोपी इंजीनियर वीरेंद्र राम को ग्रामीण विकास विभाग का अभियंता प्रमुख बनाया गया है. वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति जांच का मामला एसीबी में विचारधीन है.

2019 के झारखंड उपचुनाव के दौरान ही इंजीनियर वीरेंद्र राम के घर से दो करोड़ 45 लाख रुपए कैश जब्त हुआ था. वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी झारखंड के जुगसलाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं, इसी बीच उनके घर एसीबी की छापेमारी हुई थी, जिस दौरान 2 करोड़ 45 लाख रुपए नकद बरामद हुए थे. वीरेंद्र राम ने अपनी अवैध कमाई से जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स खरीदे हैं. साथ ही उन्होंने रांची, पटना और सिवान में भी करोड़ों रुपए मूल्य की अवैध संपत्ति अर्जित की है.

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