उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में दिसंबर महीने में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए अब करीब एक महीने का समय ही शेष रह गया है। इंवेस्टर्स समिट का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है.. वैसे वैसे सीएम धामी के प्रयास और तेज होते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम धामी ने विदेश के बाद अब देश के विभिन्न राज्यों के दौरे भी शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की मौजूदगी में चेन्नई में रोड शो आयोजित किया गया…..इस दौरान कुल 10 हजार 150 करोड़ के एमओयू साइन हुए। इसमें हेल्थकेयर, फार्मा, एनर्जी सेक्टर के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। आपको बता दें कि अबतक 65 हजार करोड़ से अधिक के एमओयू साईन हुए हैं…..वहीं इंवेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए सीएम पुष्कर सिहं धामी पूरी कोशिश में लगे हुए है… राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश आ सके….इसके लिए धामी प्रयास कर रहे हैं। वहीं चेन्नई के बाद अब धामी सरकार बंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में भी रोड शो आयोजित करने की तैयारियों में लगी हुई है। सरकार को पूरी उम्मीद है कि इन सभी राज्यों से भी करोड़ों के एमओयू साईन होंगे…..भाजपा ने अबतक हुए 65 हजार करोड़ के एमओयू को सीएम धामी की बड़ी उपलब्धि बताया है…जबकि कांग्रेस ने इसे नाकाफी बताया है…कांग्रेस का कहना है कि ढ़ाई लाख करोड़ के सरकार के लक्ष्य के सामने यह कुछ नहीं है और एमओयू धरातल पर उतर पाएंगे इसपर विश्वास भी नहीं है.. क्योंकि 2018 की समिट में भी ऐसे ही दावे पिछली सरकार ने किए थे….लेकिन हुआ कुछ नहीं सवाल ये है कि क्या धामी सरकार इस समिट के सहारे राज्य में बड़ा निवेश लाने में कामयाब होगी.
उत्तराखंड में निवेश जुटाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरी ताकत के साथ व्यापक प्रयासों में जुटे हैं। सीएम धामी दुबई और अबूधाबी के बाद अब देश के विभिन्न राज्यों में भी रोड शो के जरिए निवेश लाने की कोशिशों में लगे हुए हैं सीएम धामी की कोशिश सकारात्मक रंग लाती हुई भी दिखाई दे रही है। दअरसल मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की मौजूदगी में चेन्नई रोड शो आयोजित किया गया…इस दौरान कुल 10 हजार 150 करोड़ के एमओयू साइन हुए। इसमें हेल्थकेयर, फार्मा, एनर्जी सेक्टर के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। आपको बता दे की मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारियों के तहत चेन्नई में आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े निवेशकों के साथ बैठक की। उन्होंने विभिन्न समूहों के निवेशकों को दिसंबर में देहरादून में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए आमंत्रित किया। वहीं राज्य की जनता मुख्यमंत्री धामी के इन प्रयासों की भी सराहना कर रही है।
आपको बता दें कि इंवेस्टर्स समिट से पहले धामी सरकार अबतक 65 हजार करोड़ से अधिक के एमओयू साईन कर चुकी हैं…..वहीं इंवेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए सीएम पुष्कर सिहं धामी पूरी कोशिश में लगे हुए है… राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश आ सके….इसके लिए सीएम धामी प्रयास कर रहे हैं। वहीं चेन्नई के बाद अब धामी सरकार बंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में भी रोड शो आयोजित करने की तैयारियों में लगी हुई है। सरकार को पूरी उम्मीद है कि इन सभी राज्यों से भी करोड़ों के एमओयू साईन होंगे…..भाजपा ने अबतक हुए 65 हजार करोड़ के एमओयू को सीएम धामी की बड़ी उपलब्धि बताया है…जबकि कांग्रेस ने इसे नाकाफी बताया है…कांग्रेस का कहना है कि ढ़ाई लाख करोड़ के सरकार के लक्ष्य के सामने यह कुछ नहीं है और एमओयू धरातल पर उतर पाएंगे इसपर विश्वास भी नहीं है.. क्योंकि 2018 की समिट में भी ऐसे ही दावे पिछली सरकार ने किए थे….लेकिन हुआ कुछ नहीं
कुल मिलाकर सीएम पुष्कर सिंह धामी राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाने की कोशिशों में लगे हुए हैं….सीएम धामी की ही सकारात्मक कोशिशों का ही नतीजा है कि अबतक 65 हजार करोड़ के एमओयू अबतक साईन हो चुके हैं…हांलाकि दूसरी ओर विपक्ष को इन एमओयू पर विश्वास नहीं है…..साथ ही विपक्ष ने इन सभी एमओयू को नाकाफी बताया है सवाल ये है कि क्या 65 हजार करोड़ से ज्यादा के एमओयू साईन करने से इंवेस्टर्स समिट को सफल मान लिया जाए…..आखिर क्यों विपक्ष इन एमओयू पर भरोसा नहीं कर रहा है। इसके साथ ही क्या धामी सरकार का ढ़ाई लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य पूरा हो पाएगा या नहीं