छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए शिविर का किया गया आयोजन, आयुष्मान, श्रम एवं राशन कार्ड, शासकीय योजनाओं की दी जा रही जानकारी

KNEWS DESK – बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश में जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति के बसाहटों को चिन्हांकित कर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र सभी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। शिविर में शासकीय अधिकारी- कर्मचारियों द्वारा लोगों को विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जा रही है।

स्वास्थ्य परीक्षण के साथ बनाया जा रहा आधार,आयुष्मान,श्रम एवं राशन कार्ड,शासकीय योजनाओं की दी जा रही जानकारी

पीएम जनमन योजना

इसी कड़ी में कमार जनजाति निवासरत कसडोल विकासखंड अंतर्गत ग्राम बल्दाकछार एवं अवराई में शिविर का आयोजन किया गया। उक्त दोनों गांव के शिविर में 1 का नया आधार कार्ड,6 नवीनीकरण,18 आयुष्मान,7 जनधन खाता, 4 नए राशन कार्ड, पीएमकिसान सम्मान निधि के तहत 34 हितग्राहियों का पंजीयन, 15 श्रम कार्ड  बताएं गए है। साथ ही 22 श्रम कार्ड का नवनीकरण किया गया है। इसके साथ ही 6 जाति प्रमाण पत्र भी जारी किया गया। गौरतलब है कि पीएम जनमन योजना का मूल उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी), परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार करना है। पीएम जनमन योजना के अंतर्गत कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाएगा।

स्वास्थ्य परीक्षण के साथ बनाया जा रहा आधार,आयुष्मान,श्रम एवं राशन कार्ड,शासकीय योजनाओं की दी जा रही जानकारी

विशेष पिछड़ी जनजातीय के लिए शिविर 

शिविरों में विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के वंचित लोगों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, जनधन खाता, केसीसी, जाति प्रमाण पत्र, वन अधिकार पत्र, जॉब कार्ड सहित अन्य योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण के रूप मंध बीपी, शुगर, आंख, खून की जांच कर आवश्यक परामर्श एवं दवाइयां भी प्रदान की जा रही है। विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को शिविर तक लाने हेतु महिला कर्मचारियों, स्वसहायता समूह द्वारा सहयोग भी किया जा रहा है एवं शिविर की नियमित मॉनिटरिंग हेतु गठित जिला एवं ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों की टीम द्वारा शिविर का निरीक्षण कर संबंधित विभागों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है।

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