हरक का भौकाल, मुंह खुला तो भूचाल !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने भले ही प्रदेश के तापमान में गिरावट ला दी हो….लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता ड़ा हरक सिंह रावत के बयान ने राजनीति पारे को गरमा दिया है। हुआ यूं कि लंबे समय तक शांत रहे हरक सिंह रावत ईडी की 12 घंटे की पूछताछ के बाद मुखर हो गए हैं। अपने पुराने अंदाज में हरक ने कहा कि मेरा मुंह खुलवाया तो उत्तराखंड ही नहीं देश की राजनीतिक में भूचाल आएगा। बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर मुझे लक्ष्य बना रहे हैं। बता दे कि पाखरो टाइगर सफारी मामले में हरक सिंह रावत से ईडी ने करीब 12:30 घंटे तक पूछताछ की थी। जिससे हरक सिंह रावत काफी नाराज हुए हैं। उन्होने केंद्र पर जांच एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होने दावा किया कि पाखरो टाइगर सफारी में भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया है। अगर कोई भी जांच एजेंसी इसे साबित करेगी तो वह कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं। इतना ही नहीं हरक सिंह रावत ने अपने बयान से हरीश रावत को भी निशाने पर लिया है। हरक ने कहा कि ‘हरीश रावत ने मुझे मंत्री पद पर रहते हुए प्रदेश हित में काम नहीं करने दिया। डेनिश नामक ब्रांड की शराब वह लेकर आए थे और बदनाम मैं हुआ’। कुल मिलाकर हरक के बयान ने भाजपा-कांग्रेस को असहज कर दिया है.सवाल ये है कि आखिर वो कौन से राज है जो हरक ने दबाये हैं जिससे देश की राजनीति में भूचाल आ जाएगा..

उत्तराखंड की सियासत में एक बार फिर हरक सिंह रावत की एंट्री हो गई है। लंबे समय तक शांत रहे हरक सिंह रावत ईडी की 12 घंटे की पूछताछ के बाद मुखर हो गए हैं। अपने पुराने अंदाज में हरक ने कहा कि मेरा मुंह खुलवाया तो उत्तराखंड ही नहीं देश की राजनीतिक में भूचाल आएगा। बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर मुझे लक्ष्य बना रहे हैं। बता दे कि पाखरो टाइगर सफारी मामले में हरक सिंह रावत से ईडी ने करीब 12:30 घंटे तक पूछताछ की थी। जिससे हरक सिंह रावत काफी नाराज हुए हैं। उन्होने केंद्र पर जांच एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होने दावा किया कि पाखरो टाइगर सफारी में भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया है। अगर कोई भी जांच एजेंसी इसे साबित करेगी तो वह कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।

आपको बता दें कि हरक सिंह रावत के भाजपा सरकार में वन मंत्री रहने के दौरान कार्बेट नेशनल पार्क की पाखरो रेंज में 163 पेड़ कटान की अनुमति लेकर छह हजार से अधिक पेड़ कटवाने के आरोप हैं। आरोप है कि टाइगर रिजर्व फाउंडेशन में गड़बड़ी करते हुए फर्जी दस्तावेज बनाकर गलत तरीके फंड खर्च कर दिया गया। कैंपा के करोड़ों रुपये के फंड में भी खेल का आरोप है। वहीं इस जांच को लेकर एक तरफ जहां हरक सिंह रावत ने भाजपा पर निशाना साधा है तो वहीं दूसरी ओर उन्होने अपने बयान से कांग्रेस की भी मुश्किलें बढ़ा दी है। दअरसल हरक सिंह रावत ने कहा कि ‘हरीश रावत ने मुझे मंत्री पद पर रहते हुए प्रदेश हित में काम नहीं करने दिया। डेनिश नामक ब्रांड की शराब वह लेकर आए थे और बदनाम मैं हुआ’हरक के इस बयान के बाद भाजपा-कांग्रेस असहज नजर आ रहे हैं

कुल मिलाकर हरक सिंह रावत ने अपने बयान से भाजपा-कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। बड़ा सवाल ये है कि आखिर वो कौन से राज है जो हरक ने दबाये हुए हैं…आखिर क्यों हरक सिंह रावत कांग्रेस में रहकर अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को घेर रहे हैं। सवाल भी है कि क्या हरक सिंह रावत की पुत्र वधु अनुकृति गुसाई के बाद अब क्या हरक सिंह रावत भी भाजपा में वापसी कर सकते है

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