रिपोर्ट – राजमंगल सिंह
गोंडा – सरकार के दोहरे मापदंड और भेदभाव को लेकर गोंडा जिले में सड़कों पर शिक्षकों और कर्मचारियों का गुस्सा देखने को मिला| जहां जिले के सभी कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय के शिक्षक वार्डन,रसोइया, और चौकीदारों ने प्रेरणा ऐप से ऑनलाइन अटेंडेंस और न्यूनतम मानदेय को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। अल्प मानदेय सहित 13 सूत्रीय मांगो के साथ कर्मचारियों ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि कर्मचारियों का कहना था सरकार हमें न्यूनतम मानदेय देकर 24 घंटे काम ले रही है| जबकि प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को 80 से 90 हजार रुपए सैलरी देकर उनसे महज 6 घंटे की ड्यूटी ली जाती है| उसके बावजूद उन लोगों का ऑनलाइन अटेंडेंस स्थगित कर दिया गया। हम भी अपनी उपस्थिति ऐप के माध्यम से तभी देंगे,परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक ऐप के माध्यम से उपस्थिति देंगे। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत वार्डन, चौकीदार और रसोईया की डुयटी मानदेय, और उनपर थोपे गए फरमान जिस देश में एक संविधान और एक विधान वहां पर इतना पक्षपात कैसे हो रहा है।