गाँधी का चरखा,विपक्ष में चर्चा !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अक्सर अपने बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. अब एक बार फिर उन्होने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की है. जिसके बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. उन्होंने खादी ग्रामोद्योग भवन की एक तस्वीर शेयर की है जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर नजर आ रही है. इस तस्वीर को लेकर उन्होंने लिखा कि ये दृश्य अविश्वसनीय है. क्या अब खादी भवनों से भी गांधी अदृश्य हो जाएंगे। हरीश रावत द्वारा उठाए गए सवाल को लेकर अब कांग्रेस भी भाजपा पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि ये आपत्तिजनक और अस्वीकार्य है. क्योंकि महात्मा गांधी की देशवासियों के दिल में अनूठी जगह है. महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से हमे आजाद कराया ओर अहिंसा और सत्यता का जो पाठ पढ़ाया है, वह आज देश विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाया जाता है. कांग्रेस का कहना है कि अपने देश के अंदर बीजेपी और आरएसएस उनको पचा नहीं पा रही है।

उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा उठाए गए सवाल को लेकर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस का कहना है कि गांधीवादी संस्थानों का राजनीतिकरण किया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने कहा कि देश के अंदर जितने भी खादी ग्राम उद्योग के केंद्र है. उनमें आजादी के बाद से ही हम लगातार महात्मा गांधी की तस्वीर देखते आए हैं. साल 2014 में जो अवतरित हुए है उनको ये लगता है कि वो बापू की जगह ले पाएंगे. जो लोग अपने इतिहास, इतिहास पुरुषों और धरोहर को सम्भाल कर नहीं रख सकते उनका कभी विकास नहीं होता।

खादी आश्रम के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बैनर लगाने को लेकर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है. तो दूसरी ओर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा एक ही परिवार के इर्द-गिर्द राजनीति की है। गांधी की पदवी को भी हड़प लिया। ऐसे लोगों को नैतिकता का कोई अधिकार नहीं है। गांधी आश्रम में अगर प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है, तो वह एक संवैधानिक पद है और उस नाते उनका चित्र लगाया गया है। उन्होंने हरीश रावत और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी अब सब जगह दिखेंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी गांधी जी के पदचिन्हों पर चल रहे हैं. जो-जो सीख गांधी जी ने देश के आमजन को सिखाई थी. इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ रहे हैं. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के नेता तो गांधी जी के बताए हुए संदेशों को भूल चुके हैं और वह उनके दिखाए हुए रास्ते से भटक चुके हैं. कांग्रेस छट पटाई हुई है, कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई तोड़ नहीं मिल पा रहा है. उनकी बढ़ती लोकप्रियता से कांग्रेस और कांग्रेस के लोग परेशान हैं. इसलिए उन्हें इस प्रकार के मुद्दे दिखाई दे रहे है।

प्रधानमंत्री की चरखा चलने की पोस्ट को लेकर कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने भी महात्मा गांधी की जगह पीएम मोदी की तस्वीर लगाए जाने की आलोचना की है। आपको बता दें, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर और डायरी में साल 2017 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छापी गई है। जिसमें गांधी की जगह मोदी चरखा चला रहे हैं। गाँधी के चरखे की तस्वीरों को लेकर विवाद के साथ राजनीति प्रदेश में लगातार जारी है.वही भाजपा इस पुरे विवाद पर मोदी की और से बढ़ते खादी फैशन की उपलब्धि के साथ सिर्फ भारतीयों, बल्कि विदेशियों को भी खादी की ओर आकर्षित करने की अनोखी पहल मान रही है।