रिपोर्ट – दीपक कुमार
उत्तर प्रदेश – शामली के कैराना क्षेत्र मंडावर में चार वर्षीय बालिका को अपना शिकार बनाने वाले आदमखोर तेंदुए का तीन दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है। बुधवार को वन विभाग की टीम ने मंडावर के जंगल में करीब साढ़े तीन घंटे तक ड्रोन उड़ाकर खूंखार जानवर की तलाश की। भीषण गर्मी में तेंदुए ने वन विभाग के नुमाइंदों के पसीने छुड़ा रखे है।
चार वर्षीय बालिका अंशा पर तेंदुए ने किया था हमला
आपको बतादें कि शामली जनपद के कैराना क्षेत्र में विगत रविवार की रात्रि खादर क्षेत्र के गांव मंडावर में घर के दरवाजे पर खड़ी चार वर्षीय बालिका अंशा पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। तेंदुआ बालिका को अपने जबड़े में उठाकर जंगल में भाग गया था। बाद में बालिका का लहूलुहान शव जंगल में स्थित लिप्टिस के पेड़ों के बीच में पड़ा मिला था। तेंदुए ने बालिका के कान के आसपास के हिस्से को बुरी तरह से नोच रखा था। सूचना पर कोतवाली पुलिस व वन विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर मामले की जानकारी हासिल की तथा तेंदुए की तलाश में सर्च अभियान चलाया था। लेकिन तेंदुए का कोई सुराग नहीं लग पाया था। पिछले तीन दिनों से वन विभाग की टीमें तेंदुए की तलाश में जंगलों की खाक छानती फिर रही है। लेकिन परिणाम अभी तक शून्य है। वहीं, क्षेत्रीय वन अधिकारी कृष्णकांत ने बताया कि तेंदुए की तलाश में मंडावर के जंगल में ड्रोन से निगरानी की गई है। इस दौरान खेतों का गहनता से निरीक्षण किया गया। यूसुफपुर चौतरा में भी ड्रोन से निगरानी की जाएगी। तेंदुए की तलाश में टीमें दिन-रात गश्त कर रही है।
मंडावर में ड्रोन उड़ाकर की गई आदमखोर की तलाश
तेंदुए के हमले में हुई मासूम बालिका की मौत के बाद से वन विभाग के पसीने छूटे हुए है। विभाग की टीमें आदमखोर की तलाश में दिन-रात जंगलों की खाक छानती फिर रही है। बुधवार को टीम ने मंडावर के जंगल में ड्रोन उड़ाकर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान तेंदुए की तलाश में खेतों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। हालांकि करीब साढ़े तीन घंटे तक ड्रोन से निगरानी किये जाने के बावजूद भी आदमखोर का कोई सुराग नहीं लग पाया।
तेंदुए को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे में फंसा कुत्ता
मंडावर के जंगल में वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए लोहे का पिंजरा लगाया है, जिसमें आदमखोर को फंसाने के लिए बकरी के बच्चे को बांधा गया है। बताया गया है कि पिंजरे में तेंदुए की बजाय लावारिस कुत्ता घुस गया, जिसके बाद कुत्ता पिंजरे में कैद हो गया। हालांकि बाद में वन विभाग की टीम ने पिंजरे को खोलकर कुत्ते को बाहर निकाला।
ग्रामीणों में आदमखोर तेंदुए का खौफ बरकरार
मंडावर में तीन दिन पूर्व घटित घटना के बाद से ग्रामीणों में खौफ कायम है। मंडावर के निकटवर्ती गांव बसेड़ा, इस्सापुर खुरगान, दभेड़ी खुर्द, अकबरपुर सुनहेटी, मलकपुर, गंदराऊ, पठेड़, बरनावी आदि में लोगो के जहन में आदमखोर तेंदुए का भय बसा हुआ है। लोगो का दिन के समय भी खेतों में जाना मुश्किल हो गया है। वहीं, ग्रामीण अपनी सुरक्षा के मद्देनजर रात के समय झुंड बनाकर पहरा दे रहें है।
सड़क पर तेंदुए के बैठे होने की वीडियो वायरल
बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वाट्सएप व फेसबुक पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क किनारे तेंदुए बैठा नजर आ रहा है। वायरल वीडियो को कैराना बाईपास के होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि पुलिस व वन विभाग इस वीडियो को पूरी तरह से फर्जी बता रहा है। वायरल वीडियो राजस्थान के किसी इलाके की है, जो एक साल पुरानी है। क्षेत्रीय वन अधिकारी ने लोगों से संयम बरतते हुए अफवाह न फैलाने की मांग की है।