उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट में होने वाले उपचुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। केदारनाथ में 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही भाजपा-कांग्रेस में जिताऊ प्रत्याशी पर मंथन तेज हो गया है। भाजपा ने एक ओर जहां संभावित उम्मीदवारों की सूची हाईकमान को भेज दी है। तो वहीं कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव की रणनीति और प्रत्याशी को लेकर 24 अक्तूबर को दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है। इस बीच कांग्रेस में केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के पैनल को लेकर घमासान भी शुरू हो गया है। दअरसल कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल ने सोमवार को प्रत्याशियों का पैनल सीधे कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को भेज दिया था। इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ी आपत्ति जताई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में 13 दावेदारों के नाम भेजे हैं। प्रभारी कुमारी सैलजा को पैनल के संबंध में क्या रिपोर्ट भेजी गई है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी को इसकी भनक तक नहीं है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि वह इस पूरे मामले में केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष आपत्ति जताएगें। वहीं भाजपा ने कांग्रेस में चल रहे इस घमासान के बीच 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट मे सीएम धामी समेत कई दिग्गज शामिल हैं। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस ऐसी स्थित में केदारनाथ का चुनावी दंगल जीत पाएगी।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए समय बेहद कम है। 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए भाजपा-कांग्रेस में तैयारी तेज है। इस बीच भाजपा ने अपने प्रत्याशियों का पैनल हाईकमान को भेज दिया है। जबकि कांग्रेस की गुरूवार को दिल्ली में बड़ी बैठक होने जा रही है। इस बैठक में केदारनाथ उपचुनाव की रणनीति और प्रत्याशी को लेकर मंथन किया जाएगा। वहीं प्रत्याशी चयन से पहले भाजपा में प्रैशर पॉलीटिक्स भी शुरू हो गई है। दअरसल केदारनाथ सीट से दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव हार चुके कुलदीप सिंह रावत के तेवरों से भाजपा में बेचैनी है। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो चुके कुलदीप उपचुनाव में टिकट न मिलने पर बड़ा कदम उठाने की चेतावनी दे रहे हैं
आपको बता दें कि इसी साल नौ जुलाई को केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के कारण केदारनाथ विधानसभा सीट खाली हुई थी। वहीं चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही भाजपा-कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नामों पर मंथन जारी है। इस बीच कांग्रेस में केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के पैनल को लेकर घमासान भी शुरू हो गया है। दअरसल कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल ने सोमवार को प्रत्याशियों का पैनल सीधे कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को भेज दिया था। इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ी आपत्ति जताई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में 13 दावेदारों के नाम भेजे हैं। प्रभारी कुमारी सैलजा को पैनल के संबंध में क्या रिपोर्ट भेजी गई है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी को इसकी भनक तक नहीं है।
कुल मिलाकर केदारनाथ उपचुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। नामांकन प्रक्रिया गतिमान है। तो वहीं भाजपा-कांग्रेस में प्रत्याशी को लेकर मंथन भी चल रहा है। साथ ही दोनों ही दल जीत का दावा भी कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस में प्रत्याशियों के पैनल को लेकर शुरू हुआ घमासान पार्टी के लिए अच्छे संकेत नहीं है। वहीं भाजपा चुनावी तैयारियों के लिहाज से काफी आगे है और अब भाजपा ने 40 स्टार प्रचारको की बड़ी फौज भी चुनावी मैदान में उतार दी है। देखना होगा केदारनाथ उपचुनाव का परिणाम किसके पक्ष में जाता है