उत्तराखंड- उत्तराखंड क्रांति दल में बीते दिनों पार्टी में वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच बवाल हुआ था। इसी दौरान पार्टी के स्थापना दिवस पर अध्यक्ष पद का भी चुनाव किया गया। जिसमें यूकेडी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के नये अध्यक्ष के तौर पर शक्तिशेल को चुना गया। इसके साथ ही पार्टी से छ: वर्ष के लिए निष्कासित पदाधिकारियों पर पार्टी का नाम इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी गई। ऐसा करते पाये जाने पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
पार्टी के लैटर पैड का नहीं कर सकेंगे इस्तेमाल
उक्रांद के कार्यालय पर कब्जा करने को लेकर केन्द्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल गुट को पार्टी से बीते दिनों की छः वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया था। साथ ही अब उनके द्वारा पार्टी के नाम के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया पूर्व केन्द्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर निष्कासित पदाधिकारियों द्वारा पार्टी का लैटर पैड इस्तेमाल किया जाता है तो इसपर उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया जायेगा। इसके साथ ही पार्टी के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को चेतावनी भी दी गयी है कि अगर वे निष्कासित पदाधिकारियों के साथ पाये जाते हैं तो उनके विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी और पार्टी से निष्कासित केन्द्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल का कहना है कि पार्टी के वरिष्ट नेता ही पार्टी को कमजोर करने में तुले हुए हैं। जिससे पार्टी की स्थिति लगातार कमजोर हो रही है।