Knews Desk, देवभूमि उत्तराखंड में हुए लोकसभा चुनाव के बाद अब उपचुनाव जीतने की नई जंग शुरू हो चुकी है। प्रदेश की दो विधानसभा बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों के लिए तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। जिसके बाद तमाम राजनीतिक दलों ने इस दंगल को जीतने की रणनीति तैयार कर ली है साथ ही प्रत्याशियों के नामों का भी ऐलान कर दिया है। वहीं भाजपा और बसपा ने अपने प्रत्याशी घोषित भी कर दिए हैं. जबकि कांग्रेस अभी अपने प्रत्याशियों के नामों पर मंथन कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने पैनल तैयार कर लिया हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने मंगलौर से अकेले पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन का नाम पैनल में रखा है जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने लखपत बुटोला का नाम पैनल में शामिल किया है। वहीं भाजपा ने बदरीनाथ सीट से पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी और मंगलौर सीट से करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी के बेटे उबैदुर रहमान को प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है..मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन हो गया था। जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद इस सीट से रिजाईन कर दिया था। जिसके बाद अब दोनों सीटों पर उपचुनाव होना है वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश में लगातार तीसरी बार राज्य की पांचों सीटों को जीतने से भाजपा उत्साहित नजर आ रही है। सवाल ये है कि क्या लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस उपचुनाव में कमाल दिखा पाएगी।
उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में चुनावी घमासान खत्म होने के बाद अब राज्य की दो विधानसभा सीटों में होने वाले उपचुनाव पर नया सियासी संग्राम शुरू हो गया है। 10 जुलाई को राज्य की मंगलौर और बद्रीनाथ सीट पर मतदान होगा.. जबकि 13 जुलाई को नतीजे घोषित किए जाएंगे। सत्ताधारी दल भाजपा ने दोनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने बदरीनाथ सीट से पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी और मंगलौर सीट से करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी के बेटे उबैदुर रहमान को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने भाजपा के प्रत्याशी चयन पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में हाल ही में दल बदल करने वाले नेताओं को टिकट देकर साफ कर दिया है कि पार्टी के पास योग्य नेताओं का संकट है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है…दअरसल मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन हो गया था। जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद इस सीट से रिजाईन कर दिया था। जिसके बाद अब दोनों सीटों पर उपचुनाव होना है..वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश में लगातार तीसरी बार राज्य की पांचों सीटों को जीतने से भाजपा उत्साहित नजर आ रही है। जबकि कांग्रेस अभी प्रत्याशियों पर मंथन के साथ ही भाजपा पर दल बदल करने वाले नेताओं को टिकट देकर पार्टी में योग्य नेताओं के संकट होने का दावा कर रही है।
कुल मिलाकर लोकसभा के बाद अब राज्य में उपचुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। निश्चित ही भाजपा लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित है लेकिन भाजपा को याद रखना होगा कि मंगलौर सीट पर भाजपा कभी भी चुनाव नहीं जीती है। जबकि दूसरी सीट बद्रीनाथ की है जहां से लगातार विधायक बनते आ रहे राजेंद्र भंडारी भाजपा में चले गये हैं ऐसे में क्या बद्रीनाथ की जनता दलबदलू नेता को फिर से जीताएगी, आखिर कांग्रेस इन दोनों सीटों में क्या जिताऊ उम्मीदवार उतार पाएगी
उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट