चुनावी पारी, बदले गए प्रभारी !

उत्तराखंड- उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए समय अब बेहद कम रह गया है। ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों ने इस दंगल को फतह करने के लिए तैयारी तेज कर दी है। इन्ही तैयारियों के बीच भाजपा जहां जन- जन तक केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार कर रही है तो दूसरी ओर भाजपा ने विशाल पदयात्रा के माध्यम से अपने विपक्षी दलों को अपने जनाधार की ताकत को भी दिखाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि भाजपा ने देहरादून में विशाल युवा पद यात्रा का आयोजन किया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा कि अटल जी ने उत्तराखण्ड राज्य बनाया था और अब मोदी जी उत्तराखण्ड को संवार रहे हैं। पीएम मोदी भारत को विश्व गुरू बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत को नई पहचान मिली है। वहीं विपक्ष ने सीएम के इन दावों को जनता की आंखों में धुल झोंकने वाला बताया है साथ ही बेरोजगारी, महंगाई, बदहाल कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों के सहारे भाजपा को सबक सिखाने का दावा किया है। वहीं 2024 से पहले कांग्रेस हाईकमान ने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों के प्रभारी बदले हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की विदाई करते हुए उनकी जगह प्रभारी की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को दी है। कुमारी शैलजा वर्ष 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बतौर स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल रहीं। उत्तराखंड कांग्रेस में प्रभारी रहते हुए देवेंद्र यादव क्षत्रपों की जिस गुटबाजी पर लगाम लगाने में नाकाम रहे, कुमारी शैलजा के सामने सबको एकजुट करना पहली चुनौती होगी हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा गुटबाजी से इंकार करते हुए जीत का दावा कर रहे हैं।

वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधानसभा वार सम्मेलन करने, संगठन को मजबूत करने के साथ ही आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है इसके साथ ही कांग्रेस हाईकमान ने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों के प्रभारी भी बदले हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की विदाई करते हुए उनकी जगह प्रभारी की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को दी है। कुमारी शैलजा वर्ष 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बतौर स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल रहीं। उत्तराखंड कांग्रेस में प्रभारी रहते हुए देवेंद्र यादव क्षत्रपों की जिस गुटबाजी पर लगाम लगाने में नाकाम रहे, कुमारी शैलजा के सामने सबको एकजुट करना पहली चुनौती होगी हांलाकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा गुटबाजी से इंकार करते हुए जीत का दावा किया है। जबकि भाजपा कांग्रेस पर कटाक्ष करती हुई नजर आ रही है।

कुल मिलाकर 2024 के इलेक्शन के लिए समय अब बेहद कम रह गया है। ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। हालांकि भाजपा अपने विरोधी दलों से चुनावी तैयारियों के लिहाज से काफी आगे निकल गई है। वहीं खबर आ रही है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा तमाम सांसदों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर आगे का निर्णय लेगी साथ ही माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नए चेहरों पर दांव खेल सकती है। वहीं कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी का दावा कर रही है। कांग्रेस समेत तमाम दल एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने और तमाम मुद्दो के सहारे भाजपा को सबक सिखाने की बात कह रहे हैं। देखना होगा 2024 के लोकसभा चुनाव का क्या कुछ परिणाम सामने आता है।

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