रिपोर्ट – अश्विनी मिश्रा
चंदौली – चंदौली के सांसद व भारत सरकार के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ शनिवार को देर रात शहीद चंदन राय के मूर्ति के अनावरण के उपलक्ष्य में जनपद के बलवा थाना क्षेत्र के मार्ग पर नंदेश्वर गांव में पहुंचे थे। मंच पर पहुंचकर केंद्रीय मंत्री राम मंदिर की चर्चा करते हुए बेहद भावुक दिखे।
मैं प्रदेश का पहला व्यक्ति था जिस पर NSA लगाया गया था
उन्होंने बताया कि लोगों को कारसेवा के दौरान कितनी कठिनाइयां झेलनी पड़ी थी, कितनी यातनाएं और परिश्रम के बाद राम मंदिर आज सनातनियों को मुहैया रही हो रही है| उसको व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मैं कार सेवा के दौरान संगठन का कार्य करता था उस दौरान तत्कालीन प्रदेश सरकार द्वारा रामभक्तों पर कठोर कार्यवाही की जाती थी, जिसका परिणाम है की मैं प्रदेश का पहला व्यक्ति था जिस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया था। मैं गाजीपुर,बनारस तथा चंदौली के इस पार और उस पार के लोगों को राम मंदिर निर्माण के कार्य से जोड़ने का कार्य करता था| जिस पर तत्कालीन गाजीपुर के डीएम कृष्ण कुमार ने अपनी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा था कि महेंद्र नाथ पांडे संगठन में लोगों को बहुत ही कर्मठता के साथ जोड़ने का काम करते हैं। इनके ऊपर पाबंदी लगानी बहुत जरूरी है।
अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए भावुक हो गए केंद्रीय मंत्री
यही नहीं 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस करने के समय भी वहां मैं मौजूद था, उन्होंने उस घटना को इशारों में ही केवल व्यक्त करते हुए कहा कि मैं संवैधानिक पद पर हूं उसे व्यक्त नहीं कर सकता लेकिन भगवान राम की प्रेरणा से हम लोगों ने उनको स्थापित करने के लिए बहुत ही यातनाएं सही है और आज समूचे राम भक्तों की आस्था के कारण ही भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है और भव्य राम मंदिर उत्सव का कार्यक्रम देश ही नहीं पूरे विश्व में हो रहा है। कारसेवा के दौरान कई लोगों की जान चली गई, कई चोटिल हुए, कितने लोगों को जेल में यातनाएं सहनी पड़ी लेकिन उसके बावजूद भी लोगों का विश्वास नही डिगा। भगवान के प्रति जो आस्था थी ये उसी का परिणाम है कि राम राज्य की परिकल्पना की जा रही है। मंच पर कारसेवा के दौरान अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री भावुक हो गए। उनके उद्बोधन के दौरान जय श्रीराम के नारों के साथ पूरा माहौल भक्ति में हो गया।