रिपोर्ट: पंकज त्रिपाठी
बांदा: डॉक्टर साहब! मेरे पास इतना पैसा नही है,कि मैं बाहर से इतनी महंगी जांच करा सकूं, जिला अस्पताल में ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने मरीज को लिख दी 1750 रुपये की बाहर की दवाइयां,
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से स्वास्थ विभाग को लेकर एक वाक्या सामने आया है,जिसमें अपनी बीमार मां का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल गया हुआ था,कि उसकी मां को भर्ती कर वहां के डॉक्टरों ने सरकारी जांच के बजाय बाहरी जांच कराने की पर्ची थमा दी,
परिजन का आरोप है कि
परिजन ने बताया कि उसने शनिवार की देर रात करीब 1:30 बजे अपने मरीज को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया था जिसके बाद रात्रि में ड्यूटी में तैनात डॉक्टर के द्वारा बारी बारी करके कई बार दवाइयों की पर्ची लिखकर थमाई, जिनमें उसका हजारों रुपए बर्बाद हो गए,
मामले पर CMS ने क्या कहा
वही जब इस पूरे मामले पर सीएमएस एसएन मिश्रा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कल रात्रि में शिव कुमार मौर्य ड्यूटी पर तैनात मरीज के परिजन के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी,