KNEWS DESK, दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है और इस बार सत्र में राजनीतिक गर्मी बढ़ने की पूरी संभावना है। विपक्षी दल भाजपा ने सत्र में आम आदमी पार्टी सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। भाजपा विधायकों ने घोषणा की है कि वे नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग को लेकर आप सरकार पर दबाव बनाएंगे।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली भाजपा विधायकों के साथ उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की और मांग की कि सत्र के दौरान CAG की रिपोर्ट सदन में पेश की जाए और इस पर व्यापक चर्चा हो। विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि CAG की कुल 14 रिपोर्ट्स हैं जिन्हें आप सरकार को पेश करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर ये रिपोर्ट्स सदन में पेश नहीं की गईं, तो भाजपा सरकार को बाध्य करेगी। विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी की सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सरकारों के कार्यकाल में दिल्ली में जनहित के कार्य नहीं किए गए। टूटी हुई सड़कें, गंदे पानी की आपूर्ति और टैंकर माफिया जैसे मुद्दे अब भी जनता को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “जब अरविंद केजरीवाल विपक्ष में थे, तब वे CAG की जांच की मांग करते थे, लेकिन अब जब रिपोर्ट उनके खिलाफ है, तो उसे दबाया जा रहा है।”
CAG की रिपोर्ट्स पर सवाल उठाते हुए गुप्ता ने आगे कहा, “सरकार इस रिपोर्ट को सदन में क्यों पेश नहीं कर रही है? इससे साफ होता है कि दाल में कुछ काला है। अगर सरकार सत्र में CAG की रिपोर्ट नहीं लाएगी, तो हम उपराज्यपाल से आग्रह करेंगे कि वे अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर रिपोर्ट को पटल पर रखने का आदेश दें।”