डिजिटल डेस्क- दिल्ली की जीवनरेखा कही जाने वाली यमुना नदी के दिन बहुरने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव से पहले यमुना को साफ करते हुए पीने लायक बनाने का टारगेट दिया है। दिल्ली सरकार और जलशक्ति मंत्रालय ने यमुना नदी की सफाई का नया मॉडल बनाया है। इसके तहत अगले लोकसभा चुनाव से पहले यमुना नदी का पानी पीने के काबिल हो जाने की बात कही गई है। पीएम मोदी ने टारगेट दिया है कि अगले डेढ साल में यमुना नदी का पानी नहाने लायक और उसके बाद के डेढ़ साल यानी कुल तीन साल बाद यमुना नदी का पानी होगा पीने लायक होना चाहिए।
प्रतिदिन 9 घंटे हो रहा है यमुना सफाई का काम
दिल्ली में यमुना में हर रोज 9 घण्टे सफाई का काम हो रहा है। प्रतिदिन 140 घनमीटर जलकुंभी निकाला जा रहा है। वजीराबाद पुल, सोनिया विहार सहित कई जगहों पर जलकुंभियों को साफ कर दिया गया है। इसके लिए ट्रेस स्किमर, रोबोटिक ट्रेस और एक्जेवेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
यमुना की सफाई के लिए 500 वालंटियर किए जा रहे हैं भर्ती
यमुना सफाई के काम के लिए 500 वॉलंटियर भी भर्ती किए जा रहे हैं, जो यमुना नदी के किनारे खड़े रहेंगे और लोगों को यमुना में गंदगी/पूजा सामग्री को फेंकने से रोकेंगे और जागरूक भी करेंगें। मौजूदा वक्त में यमुना नदी की सफाई का तीसरा दौर चल रहा है. नदी में जलकुंभी की सफाई मशीनों से चल रही है, जो जल्द पूरी हो जाएगी। उसके बाद ड्रेजिंग के जरिए नदी की तलहटी को साफ किया जाएगा, जिससे नदी में पानी का फ्लो बना रहे।
जलशक्ति मंत्री खुद कर रहे हैं पर्यवेक्षण
जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल खुद इस सम्बंध में लगातार बैठकें और निगरानी कर रहे हैं। वैसे दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच समन्वय और जरूरी निर्देश/ सलाह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं। यमुना सफ़ाई को लेकर पिछले हफ़्ते गृहमंत्री अमित शाह ने जलशक्ति मंत्रालय और दिल्ली सरकार की बैठक की थी, जिसमे अभी तक यमुना सफ़ाई प्रोजेक्ट को लेकर अभी तक हुए कामो की समीक्षा की गई थी और आगे के रोड मैप को लेकर चर्चा हुई थी।