KNEWS DESK, पर्यावरणविद् भावरीन कंधारी ने आज यानी बुधवार को दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे को सदन में उठाने की मांग को लेकर संसद के पास ‘सांस लेने का मेरा अधिकार’ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ पर्यावरणविद् भावरीन कंधारी ने आज यानी 27 नवंबर को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने संसद के बाहर सांस लेने का मेरा अधिकार विरोध प्रदर्शन का संचालन किया। इस दौरान कंधारी ने कहा कि, “ये एक दरखास्त है, ये संसद में सांसदों को याद दिलाने के लिए है कि शहर घुट रहा है, हर बच्चा घुट रहा है। हमने अभी एक सर्वेक्षण किया है जो कुछ माताओं ने मिलकर किया है, जिसमें दिखाया गया है कि केमिस्ट का हर तीसरा ग्राहक घुट रहा है। माता-पिता अपने बच्चों के लिए केमिस्ट के यहां जा रहे हैं, नेब्युलाइजर ले रहे हैं, वे एंटीबायोटिक्स पर हैं। जो जीवन हम उन्हें दे रहे हैं वो शायद ही कोई जीवन है क्योंकि वे स्वच्छ हवा में रहने वाले बच्चों की तुलना में 12 साल कम जीएंगे। निवेदन है कि हवा को साफ करें, नेक इरादे वाले फैसले लें जो राजनैतिक इच्छाशक्ति दिखाएगा कि राजनेता हमारी परवाह करते हैं।” वहीं विरोध प्रदर्शन में एक बच्ची ने भी हिस्सा लिया, जिसने कहा, “खराब हवा होने की वजह से मुझे कभी-कभी खांसी होती है और मेरे पापा को भी बहुत खांसी हो रही है।”
बता दें कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में बुधवार को मामूली सुधार हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी के 39 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से किसी ने भी सुबह सात बजे हवा की गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में दर्ज नहीं की।