KNEWS DESK, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष और शाहदरा के विधायक रामनिवास गोयल ने बृहस्पतिवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की। 76 वर्षीय गोयल ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में यह जानकारी दी। उन्होंने उम्र का हवाला देते हुए कहा कि वह अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और नई जिम्मेदारी के लिए तैयार होने की बात कही।
रामनिवास गोयल का राजनीतिक सफर कई दशक लंबा और घटनाओं से भरा रहा है। गोयल ने 1993 में भाजपा के टिकट पर विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के साथ उनके संबंध अच्छे नहीं रहे, जिससे पार्टी में उनकी भूमिका सीमित हो गई। इसके चलते उन्होंने भाजपा छोड़ दी। इसके बाद 2015 में आम आदमी पार्टी से जुड़ने के बाद उन्हें शाहदरा सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला। यहां से उन्होंने लगातार दो बार जीत दर्ज की। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के रूप में राम निवास गोयल ने सदन की कार्यवाही को सुव्यवस्थित रखने में अहम भूमिका निभाई। भाजपा के साथ उनके पुराने मतभेदों की झलक विधानसभा में भी दिखाई दी, जब वह नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के साथ तीखी बहस में शामिल हुए।
बता दें कि रामनिवास गोयल ने संन्यास लेने वाले पत्र में संकेत दिया है कि वह सक्रिय राजनीति से भले ही दूर हो रहे हैं, लेकिन वह पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखेंगे और नई जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार रहेंगे। वहीं गोयल के संन्यास के बाद आम आदमी पार्टी जल्द ही शाहदरा सीट के लिए नए उम्मीदवार की घोषणा करेगी।