KNEWS DESK, संविधान के 75 साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को दिल्ली में संविधान दिवस पदयात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों वालंटियर्स और युवाओं ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।
हर साल 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ मनाया जाता है। 1949 को इसी दिन संविधान को अपनाया गया था, जो 26 जनवरी 1950 को भारत में लागू हुआ। इस बार संविधान के 75 साल पूरे हुए। जिसके चलते दिल्ली में संविधान दिवस पदयात्रा निकाली गई। केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने पदयात्रा को आज यानी सोमवार को हरी झंडी दिखाई। माई भारत के हजारों वालंटियर्स और युवा यात्रा में शामिल हुए। पदयात्रा सुबह लगभग आठ बजे मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, इंडिया गेट सर्कल से शुरू हुई और 9:30 बजे यहीं पर आकर खत्म हुई। मांडविया ने कहा, “माई भारत के वालंटियर के द्वारा 10 हजार से अधिक युवाओं ने आज की पदयात्रा का आयोजन किया है। मुझे खुशी है कि देश के युवा आज एक साथ प्रिएंबल का पठन भी करेंगे और संविधान के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करेंगे।”
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी पदयात्रा में हिस्सा लिया और कहा, “हमारे देश की नई पीढ़ी संविधान को याद रखे, किस मूल्यों के आधान पर संविधान बना, संविधान सर्वोपरि है। इसका पालन करना हमारा कर्तव्य है। लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए हमारे युवाओं के प्रयास और संवैधानिक मूल्यों के बारे में जागरूकता पैदा करना बेहद सराहनीय है। संविधान भारत की आत्मा और सर्वोच्च कानून है। इसका पालन करना हमारा कर्तव्य है। जिस दिन हमने देश का संविधान अपनाया, उसे संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।”
यात्रा में शामिल हुए पीयूष गोयल ने कहा, “गर्व की बात है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने संविधान के 75 वर्ष को देशभर में मनाने का फैसला किया है। देश के युवा उनसे पूरी तरह जुड़े हुए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि देश की विकास यात्रा, युवा आगे बढ़ रहे हैं। इतनी सुबह इतनी बड़ी संख्या में लोग विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देंगे।”