KNEWS DESK- कांग्रेस पार्टी ने आज से ‘जय-बापू, जय-भीम, जय-संविधान’ अभियान की शुरुआत कर दी है, जो देशभर में रैलियों और कार्यक्रमों के जरिए लोगों तक अपने संदेश को पहुंचाएगा। यह अभियान पार्टी के नेतृत्व में एक बड़ी पहल है, जिसका उद्देश्य भारतीय संविधान, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के योगदान को याद करते हुए सामाजिक न्याय और समानता की आवश्यकता को सामने लाना है।
कांग्रेस ने इस अभियान के माध्यम से संविधान के प्रति सम्मान और बाबासाहेब अंबेडकर के योगदान को बढ़ावा देने का फैसला किया है, साथ ही महात्मा गांधी के सिद्धांतों और उनके संघर्षों को भी देशभर में पुनः जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। पार्टी का यह अभियान विशेष रूप से उन क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा जहां सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे अधिक प्रभावी हैं। रैलियों के माध्यम से कांग्रेस ने ‘जय-बापू, जय-भीम, जय-संविधान’ के नारों को प्रसारित करने का लक्ष्य रखा है, जिससे भारतीय समाज में गांधी और अंबेडकर के विचारों की पुनर्स्थापना हो सके।
अभियान का समापन 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के दिन बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में होगा, जहां पार्टी नेताओं द्वारा एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। महू, जो अंबेडकर का जन्मस्थान है, का यह स्थान ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक रूप से इस अभियान के लिए महत्वपूर्ण है। यहां पर आयोजित कार्यक्रम में बाबासाहेब की विचारधारा और उनके योगदान पर विशेष चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के नेता इस अभियान को भारतीय समाज में समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के संदेश के रूप में देख रहे हैं। वे इस अभियान के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि देश में समाजिक न्याय की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है और इसे सुनिश्चित करने के लिए संविधान और उसके तहत दिए गए अधिकारों का पालन करना जरूरी है।
कांग्रेस की यह पहल राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, खासकर जब देश में संविधान और उसके मूलभूत सिद्धांतों पर बहस तेज हो गई है। पार्टी इस अभियान के माध्यम से भारतीय संविधान को लेकर आम जनता में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
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