KNEWS DESK – दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। जिसके बाद राजनीतिक हलकों में एक नई चर्चा शुरू हो गई है। इस घोषणा के बाद, कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है।
कांग्रेस का बड़ा ऐलान
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने रविवार को घोषणा की कि कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। यादव ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की पेशकश को एक राजनीतिक ड्रामा करार दिया और कहा कि अगर केजरीवाल ने पहले इस्तीफा दे दिया होता, तो दिल्ली में हालिया जलजमाव के कारण 30 से अधिक बेगुनाहों की जान बचाई जा सकती थी।
यादव ने सवाल उठाया, “केजरीवाल दो दिन का इंतजार क्यों कर रहे हैं? यह पूरी स्थिति एक राजनीतिक खेल लगती है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही उन पर प्रतिबंध लगाया है, और अब एक नया मुख्यमंत्री तुरंत नियुक्त किया जाना चाहिए। दिल्ली की जनता इस ड्रामे का जवाब विधानसभा चुनाव में जरूर देगी।”
केजरीवाल का इस्तीफा एक राजनीतिक नाटक
देवेंद्र यादव ने कहा, “अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा एक राजनीतिक नाटक लगता है। अगर वे छह महीने पहले इस्तीफा दे देते, तो दिल्ली की जनता को इतने बड़े संकट का सामना नहीं करना पड़ता। सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद, वे इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं, जो पूरी तरह से राजनीतिक स्वार्थी कदम प्रतीत होता है।”
अधीर रंजन चौधरी का बयान
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने केजरीवाल के इस्तीफे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह पूरी तरह से उनकी व्यक्तिगत इच्छा है। अगर वे जेल में रहकर सीएम पद का निर्वहन कर सकते हैं, तो बाहर रहकर भी यह संभव है। हो सकता है कि उनके खिलाफ कुछ और गंभीर मामले हों, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता हो।”
इस्तीफे की घोषणा के दौरान कहा
अरविंद केजरीवाल ने अपने इस्तीफे की घोषणा के दौरान कहा कि वे दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मनीष सिसोदिया मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और वे और सिसोदिया जनता के बीच जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि विधानसभा चुनावों तक पार्टी का कोई दूसरा नेता मुख्यमंत्री बनेगा।