आज से 20 वर्ष पहले कमेडियन जसपाल भट्टी ने जो टीवी पर काल्पनिक नाटक रचा था आज वह सच साबित हो गया। हुआ यह कि तेलांगना में टीआरएस विधायकों को आस्था परिवर्तन के लिए 15 करोड़ रूपये के साथ तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। विधायकों का कहना है कि वह लगातार पुलिस के सम्पर्क में थे। यह पूरा सौदा तेलंगाना के एक फार्म हाउस पर अंजाम दिया जा रहा था। विधायकों की माने तो उन्हें पूरी डील के लिए 100 करोड़ रूपये मिलने वाले थे।
हैदराबाद पुलिस ने बुधवार को तीन लोगों को रंगे हाथ पकड़ने का दावा किया, जब वह तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के चार विधायकों को ‘खरीदने’ की कोशिश कर रहे थे। शहर के बाहरी इलाके अजीज नगर में एक फार्म हाउस पर छापेमारी के दौरान तीन लोगों को टीआरएस के चार विधायकों को पैसे की पेशकश करते हुए हिरासत में लिया गया। साइबराबाद पुलिस ने विधायकों की गुप्त सूचना के बाद छापेमारी की। हिरासत में लिए गए लोगों में से एक दिल्ली का है, जबकि अन्य दो तिरुपति और हैदराबाद के हैं।
पुलिस अब तक 15 करोड़ रुपये जब्त कर चुकी है। साइबराबाद के पुलिस आयुक्त स्टीफन रवींद्र ने कहा कि यह सौदा 100 करोड़ रुपये का हो सकता है। टीआरएस विधायक रेगा कांथा राव, गुववाला बलाराजू, बीरम हर्षवर्धन रेड्डी और पायलट रोहित रेड्डी ने पुलिस को सतर्क किया था कि उन्हें वफादारी (पार्टी) बदलने के लिए लुभाने की कोशिश की जा रही है।
रवींद्र ने कहा कि विधायकों ने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा नेता प्रमुख पदों, अनुबंधों और बड़ी मात्रा में नकद की पेशकश करके उन्हें टीआरएस से अलग करने का लालच दे रहे थे। टीआरएस ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायकों को दलबदल का लालच देने की कोशिश कर रही है, यह कहते हुए कि पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोग भाजपा नेताओं के करीबी हैं।