नई दिल्ली , भारतीय रिजर्व बैंक यानि आरबीआई की अगस्त मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक शुरू हो गई हैं| इस बैठक के बाद अनुमान लगाया जा रहा है की कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ सकती हैं | हालांकि इसके बाद जमा पर मिलने वाले ब्याज में बढ़ोत्तरी होने की भी उम्मीद की जा रही हैं | उपभोक्ताओ के लिए घर, कार और अन्य कर्ज और ज्यादा महेंगे हो जाने की आशंका की जा रही हैं |रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एसपीसी ) की द्विमासिक बैठक पाँच अगस्त तक चलेंगी और इस बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा उसी दिन की जाएगी |रिजर्व बैंकों के रेपो रेट बढ़ाने के बाद एक तरफ जहां कर्ज महंगा हो रहा हैं वही एफडी पर मिलने वाले ब्याज में कमी से भी राहत मिलने लगी हैं | अब कई बैंकों की तरफ से अलग अलग समय अवधि के लिए एफडी पर ब्याज बढ़ती शुरू हो गई हैं | मौजूद दौर मे सरकारी बैंको के मुकाबले निजी क्षेत्र के चुनिंदा बैंको में सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा हैं| जानकारों की राय में आरबीआई की तरफ से नीतिगत दरों में बढ़ोतरी के बाद नई दरें कोरोना के पहले के स्तर पर पहुँच जाएगा | कोरोना महामारी से पहले यह दर 5.15 प्रतिशत पर थी | इस हिसाब से रिजर्व बैंक के पास अभी भी 0.25 फीसदी तक बढ़ोतरी का पूरा मौका हैं |