दशकों तक पूर्वांचल के साथ-साथ यूपी का माफिया डॉन मुख्तार अंसारी एक छत्र राज्य किया,अब परिवार सहित मुख्तार अंसारी कंगाली के कगार पर
हत्या लूट डकैती गैंगवार सहित दर्जनों मुकदमे में बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का परिवार भी कानून के घेरे में
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ ईडी सीबीआई सहित जांच एजेंसियों के रडार पर माफिया डॉन
पाई पाई के लिए तरसेगा माफिया
मुख्तार अंसारी के अलावा भाई अफजाल अंसारी बेटा अब्बास अंसारी सहित पूरा परिवार जांच एजेंसियों के साथ साथ यूपी सरकार के रडार पर
योगी के नेतृत्व में 2017 में यूपी में बनी सरकार के बाद से लगातार माफियाओं पर कार्रवाई हो रही है और अवैध कब्जे पर लगातार बुलडोजर चल रहा है ऐसे में दशकों तक पूर्वांचल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में एकछत्र राज्य करने वाला माफिया दान के खिलाफ साल 2017 से 15 अगस्त 2022 तक दो अरब 80 करोड़ की संपत्तियों पर बुलडोजर गरजा व एक अरब 82 करोड़ से भी अधिक की जब्त की गई। मऊ, गाजीपुर व आजमगढ़ में सबसे अधिक ध्वस्तीकरण व जब्तीकरण की कार्रवाई हुई। मऊ में 16 करोड़ 80 लाख की संपत्ति पर ध्वस्तीकरण व 63 करोड़ 17 लाख की संपत्ति जब्त की गई।
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के खिलाफ वाराणसी जोन की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। साल 2017 से 15 अगस्त 2022 तक दो अरब 80 करोड़ की संपत्तियों पर बुलडोजर गरजा व एक अरब 82 करोड़ से भी अधिक की जब्त की गई। मऊ, गाजीपुर व आजमगढ़ में सबसे अधिक ध्वस्तीकरण व जब्तीकरण की कार्रवाई हुई। मऊ में 16 करोड़ 80 लाख की संपत्ति पर ध्वस्तीकरण व 63 करोड़ 17 लाख की संपत्ति जब्त की गई। गाजीपुर में 11 करोड़ की संपत्ति पर बुलडोजर व इतनी ही धनराशि जब्त की गई।
आजमगढ़ में मुख्तार और उसके करीबियों की एक करोड़ 96 लाख मूल्य की संपत्तियों पर बुलडोजर गरजा। शूटरों और गुंडों की फौज रखने वाले मुख्तार और करीबियों का बनारस, मऊ व गाजीपुर में 166 शस्त्र लाइसेंस निलंबित और 120 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए। 164 असलहे पुलिस की निगरानी में जमा है। हाल ही में पत्नी आफशा के नाम से होटल व अन्य संपत्तियों को ढहाया।
जेल में गुर्गे, मुकदमों की बढ़ती गई संख्या
मऊ के पूर्व सदर विधायक मुख्तार के गुर्गों पर चोट करने में पुलिस पीछे नहीं रही। यही नहीं, मुख्तार गिरोह पर मुकदमों की संख्या भी साल दर साल बढ़ती गई। बनारस, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, भदोही, बलिया में मुख्तार सहित गुर्गों पर 146 मुकदमे दर्ज हुए। जबकि 245 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 66 गुंडों पर कार्रवाई की गई, इसमें 39 जिला बदर किए गए। जबकि मऊ में छह के खिलाफ एनएसए लगाया गया।
मछली से हर साल 69 करोड़ की रकम पैदा करता था मुख्तार
पूर्वांचल के बनारस, मऊ, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही सहित अन्य जनपदों में मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों की मछली कारोबार पर मजबूत पकड़ थी। चौंकाने वाली बात यह है कि सिर्फ मछली कारोबार से मुख्तार व उसके सहयोगियों को सालाना 69 करोड़ 30 लाख की आय होती थी।
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जेल में बंद माफिया मुख्तार और उसके करीबियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। अवैध धंधे बंद कराने से इन पांच साल में मुख्तार को लगभग दो अरब 54 करोड़ प्रति सालाना की आर्थिक क्षति पहुंची है।
मऊ गाजीपुर बनारस के साथ-साथ लखनऊ में भी मुख्तार अंसारी के करोड़ों की जमीन से कब्जा हटाया गया प्रॉपर्टी ना सरकार ने अपने कब्जे में ली इसके अलावा कई मुकदमे भी दर्ज किए गए 2017 से लगातार मुख्तार अंसारी के सभी अवैध कामों पर योगी सरकार का बुलडोजर चल रहा है पूर्वांचल के साथ-साथ पूरे यूपी में जहां-जहां मुख्तार अंसारी और उसके गैंग द्वारा प्रॉपर्टी अवैध तरीके से बनाई गई प्रॉपर्टी और कब्जे को छुड़ाने में कामयाब रहे सरकार यही नहीं रुके लगातार माफिया मुख्तार अंसारी और उनके गुर्गों पर कार्रवाई कर रही है।
2017 से पहले सभी सरकारों में मुख्तार अंसारी का दबदबा होता था ,अवैध तरीके से माफिया द्वारा खड़ा किया गया साम्राज्य ( अवैध) पर 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जब से यूपी में सरकार बनी है तब से लगातार कार्रवाई हो रही है जिस तरह से मुख्तार अंसारी के अवैध साम्राज्य पर लगातार कानूनी हंटर बुलडोजर चल रहा है उससे यह लग रहा है कि जल्द ही माफिया का काला साम्राज्य खत्म होगा और पाई पाई के लिए तरसेगा माफिया ।
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के काले साम्राज्य को खत्म करने का सरकार ने मन बना लिया है दर्जनों मुकदमे म…
[4:18 PM, 8/21/2022] Dinesh Tripathi Lko: अंतर्कलह कलह से जूझती कांग्रेश,आनंद शर्मा ने दिया इस्तीफा
हिमाचल प्रदेश चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से आनंद शर्मा ने दिया इस्तीफा
कुछ महीने बाद ही हिमाचल प्रदेश में विधानसभा का चुनाव है
पंजाब में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के बाद धीरे-धीरे हिमाचल प्रदेश में अपना पांव पसार रही आम आदमी पार्टी बन सकती है कांग्रेस का विकल्प, मजबूत किले की तरह संगठन को बूथ स्तर तक भाजपा की मजबूती का सामना कैसे करेगी कांग्रेश
कुछ महीने बाद हिमाचल प्रदेश में होना है चुनाव, चुनाव संचालन समिति पद से आनंद शर्मा का इस्तीफा
गुटबाजी और अनदेखा करने का लगाया आरोप सम्मान से समझौता नहीं करने का हवाला देकर दिया इस्तीफा
कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने दिया इस्तीफा, बोले- स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसे लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिखा है।
सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि वे स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं करेंगे। सूत्रों के हवाले यह जानकारी सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस की नजर इस बार भाजपा को हटाकर सत्ता पर काबिज होने पर टिकी हुई है। लेकिन आनंद शर्मा के इस्तीफे से उसकी तैयारियों को झटका लगा सकता है। शर्मा का इस्तीफा G23 समूह के एक अन्य नेता गुलाम नबी आजाद के कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर में अभियान समिति के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद आया है।
आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष से कहा है कि परामर्श प्रक्रिया में उनकी अनदेखी की गई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह राज्य में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करना जारी रखेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता को 26 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश में संचालन समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेश लगातार कोशिशें कर रही है संगठन विहीन हो चुकी कांग्रेश एक तरफ जहां कुछ महीने बाद हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल कर सत्ता पर काबिज होने के सपने सजा कर चुनावी तैयारी कर रही है वही चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष आनंद शर्मा ने गुटबाजी आदेशों की अवहेलना अनदेखी सम्मान न करने का आरोप पदाधिकारियों द्वारा लगातार इग्नोर करने जैसे तमाम आरोपों के साथ अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी का सामना विधानसभा चुनाव में कैसे करेगी जब कांग्रेसी खुद गुटबाजी में उलझी हुई है एक तरफ जहां भूत से लेकर विधानसभा तक भारतीय जनता पार्टी का फेविकोल की तरह मजबूत संगठन की बदौलत सत्ता पर काबिज है वही संगठन विहीन कांग्रेश विधानसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला कैसे करेगी।
हालांकि चुनाव संचालन समिति हिमाचल प्रदेश के पद से आनंद शर्मा ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा तो सौंप दिया है लेकिन अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है ऐसे में कांग्रेश की अंतरिम अध्यक्ष अपने कोर कमेटी के साथ जल्द ही बैठक करेंगी ऐसी सूचना है बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है लेकिन इसी बीच आनंद शर्मा जो चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष ठेका इस्तीफा कहीं ना कहीं कांग्रेस को लड़ाई से बाहर होती दिख रही है एक तरफ संगठन को मजबूत किले की तरह तैयार कर चुकी भाजपा दूसरी तरफ वहां पैर पसार रहे आम आदमी पार्टी भी अपने संगठन को मजबूत करने में लगातार लगी हुई है ऐसे में कांग्रेश जो दशकों तक हिमांचल प्रदेश के सत्ता पर काबिज रही है संगठन विहीन हो चुकी है वह कैसे इन दोनों पार्टियों का सामना करेगी ।
गाजीपुर से गोवा तक यूपी पुलिस अब्बास अंसारी की कर रही तलाश
लखनऊ पुलिस को अब्बास अंसारी की तलाश में देश में सात जगह भेजा गया
शस्त्र लाइसेंस मामले में कोर्ट ने वारंट जारी किया है
मुख्तार अंसारी के बेटे सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के गिरफ्तारी के लिए एक बार फिर लखनऊ पुलिस की कई टीमों को एक साथ दबिश के लिए 7 जगहों पर भेजा गया है । पुलिस की कुछ टीमें तो प्रदेश से बाहर भी अब्बास अंसारी की तलाश में गई है धोखाधड़ी से लाइसेंस दिल्ली स्थानांतरित करने और उस पर कई हथियार लेने के आरोप में अब्बास अंसारी के खिलाफ 12 अक्टूबर 2019 को महानगर कोतवाली लखनऊ में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
एडीसीपी उत्तरी अनिल यादव ने बताया कि सात स्पेशल टीमें अलग-अलग राज्यों के लिए लखनऊ से रवाना कर दी गई हैं एडीसीपी उत्तरी अनिल यादव ने बताया कि अब्बास की तलाश में पुलिस की टीमों को दिल्ली राजस्थान पश्चिम बंगाल हैदराबाद उत्तराखंड पंजाब गोवा हरियाणा छत्तीसगढ़ मऊ और गाजीपुर भेजा गया है उन्होंने बताया कि इन जगहों पर अब्बास अंसारी के छिपे होने की सूचना मिली है और कुछ इनपुट सर्विलांस की मदद से मिले हैं इस आधार पर पुलिस की टीमों को भेजा गया है अनिल यादव के मुताबिक अब्बास के खिलाफ महानगर कोतवाली में दर्ज मामलों की जांच मौजूदा समय में यूपी एसटीएफ कर रही है कोर्ट ने वारंट जारी किया था इसलिए अब्बास की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
मुख्तार के करीबियों पर ईडी का शिकंजा
मुख्तार अंसारी के करीबियों की दिक्कतें और बढ़ती जा रही है ईडी की टीम ने पिछले दिनों मुख्तार के दिन करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी सोमवार से ईडी की टीमें इन लोगों से पूछताछ शुरू करने जा रही है सबसे पहला नंबर मुख्तार अंसारी के साडू तनु अंसारी का है ईडी ने उन्हें अपने क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ में तलब किया है इसके अलावा छापेमारी पीरियड में आए गाजीपुर निवासी विक्रम अग्रहरि गणेश मिश्रा खान बस सर्विस के संचालकों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है साथ ही एजेंसी जल्द ही मुख्तार और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा बनाई गई कंपनियों के निवेशकों को भी पूछताछ के लिए बुलाएगी इनमें विकास कंस्ट्रक्शन अंसारी कंस्ट्रक्शन एंड इंटरप्राइजेज ग्लोरीज लैंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल है।