रिपोर्ट – अंकित काला
उत्तराखंड – राजभवन, देहरादून में राज्यपाल रि. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देना था।
विश्वविद्यालयों के शोध और नवाचार का व्यापक लाभ
आपको बता दें कि राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के प्रमुखों से अपील की कि वे प्रतिस्पर्धा की बजाय सहयोग को प्राथमिकता दें और एक-दूसरे की उपलब्धियों से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास और राष्ट्रीय प्रगति के लिए विश्वविद्यालयों के शोध और नवाचार का व्यापक लाभ होना चाहिए। राज्यपाल ने विशेष रूप से उत्तराखण्ड के मोटे अनाजों (मिलेट्स), उत्पादित शहद, होम स्टे और स्वयं सहायता समूहों के क्षेत्रों में शोध और अनुसंधान के माध्यम से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने इन क्षेत्रों को विकास के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में प्रस्तुत किया और पलायन को रोकने के लिए भी विश्वविद्यालयों से सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की।
विश्वविद्यालयों की भूमिका प्रदेश के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण
बैठक में, राज्यपाल ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका प्रदेश के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कुलपतियों से विशिष्ट और राज्यहितकारी शोध की अपेक्षा की, जो स्थानीय लोगों के जीवनस्तर को सुधारने में सहायक हो। राज्यपाल की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि इससे विश्वविद्यालयों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, जो प्रदेश के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।