देहरादून- राज्य के मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों के लिए राज्य में अच्छी और सस्ती शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र डीएवी पीजी कॉलेज के साथ ही राज्य के अन्य नौ कालेजो के साथ हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर ने अब अपनी संबद्वता को खत्म करने का निर्णय लिया है। हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर ने राजधानी देहरादून के चार बड़े और प्रमुख कॉलेजों के साथ प्रदेश भर के नौ कॉलेजों के साथ संबद्धता खत्म कर दी है। विवि की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
बैठक के तुरंत बाद ही काउंसिल ने केंद्र के साथ ही राज्य सरकार को इसकी संस्तुति भेज दी है ताकि सरकार जल्द ही इनकी संबद्वता किसी दूसरे विश्वविद्यालय से करा सके। जानकारी के अनुसार, गढ़वाल विवि ने जिन अशासकीय कॉलेजों की मान्यता खत्म की है। उनमें देहरादून के चार प्रमुख और अधिक छात्र संख्या वाले कॉलेज डीएवी,डीबीएस,एसजीआरआर पीजी कॉलेज के साथ ही लड़कियों के आरक्षित एमकेपी कॉलेज है। इसके साथ ही डीडब्ल्यूटी कॉलेज,एमपीजी कॉलेज मसूरी,पौडी का पैठाणी डिग्री कॉलेज के साथ ही सती कुंड हरिद्वार और बीएसएस कॉलेज रुड़की शामिल है।
गढवाल विवि की सर्वोच्च कमेटी यानी एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने लंबे मंथन के बाद सभी नौ अशासकीय सहायता प्राप्त कॉलेजों की संबद्धता को खत्म किया है।
काउंसिल का निर्णय ही होगा मान्य: एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने विवि के शैक्षणिक सत्र 2023-24 मे इन कॉलेजों की मान्यता केा खत्म करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही विवि की वेबसाइट से भी इनके नाम जल्द से जल्द हटाने को कहा है। वहीं राज्य के साथ ही केंद्र सरकार केा इसकी संस्तुती भेज दी गई है। सूत्रों के अनुसार काउंसिल का निर्णय हर सर्वमान्य होगा।
जबकि राज्य और केन्द्र सरकार ने इस निर्णय पर केवल औपचारिक मैहर लगानी है। क्योंकि दोनों सरकार विवि के इन कॉलेजों की मान्यता के संबंध में पहले ही विवि स्तर से निर्णय लेने के निर्देश दे चुके हैं।