KNEWS DESK- बीती 12 मार्च को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने संभल की शाही जामा मस्जिद में रंगाई-पुताई की याचिका पर सुनवाई करते हुए एएसआई को आदेश दिया था कि एक सप्ताह के भीतर मस्जिद में रंगाई-पुताई का काम करा लें। इसी आदेश को ध्यान में रखते हुए एएसआई ने मस्जिद की पुताई शुरू करा दी थी, पर पुताई के काम की समाप्ति से पहले ही संभल में हरा बनाम भगवा की लड़ाई छिड़ गई है।
संभल में हिंदू समुदाय के लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि जबतक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तबतक मस्जिद सरकारी भवन है। ऐसे में मस्जिद में सरकारी भवन के अनुरूप भगवा रंग होना चाहिए। वहीं मुस्लिम समुदाय ने भी जिलाधिकारी से कहा है कि मस्जिद में हरा रंग ही होता है इसलिए मस्जिद में हरा रंग ही होना चाहिए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जिलाधिकारी ने कहा कि अगर आप लोगों को रंग से आपत्ति है तो कोर्ट में जाकर इसका फैसला कर लीजिए।

वहीं नाथ सम्प्रदाय के एक महंत ने मस्जिद में भगवा रंग करने की माँग की है तो दूसरी तरफ पूर्व कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि सभी रंग भगवान के होते है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सा रंग किया गया है।
रंग विवाद मामले में मस्जिद प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली ने कहा कि हम हरा, सफेद और सुनहरा रंग इस्तेमाल करते हैं। हमने हमेशा इनका इस्तेमाल किया है और हम आगे भी यही करेंगे। मस्जिद में भगवा रंग से भी पुताई करने की हिंदू पक्ष की कथित मांग पर जफर अली ने कहा कि यह मांग नाजायज और गलत है। मस्जिद में सैकड़ों वर्षों से जिन रंगों से पुताई होती रही है, अब भी उन्हीं से होगी।