उत्तराखंड,देहरादून: जनजातीय अनुसंधान संस्थान (टीआरआई) उत्तराखंड द्वारा आयोजित जीवंत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध ‘आदि गौरव महोत्सव 2023’ तीन दिनों की मनोरम प्रस्तुतियों और प्रदर्शनी के बाद आज संपन्न हो गया।
सम्मानित ‘गढ़ रत्न’ नरेंद्र सिंह नेगी और भावपूर्ण जौनसारी गायिका रेशमा शाह सहित प्रसिद्ध लोक गायकों ने उत्तराखंड की भावना से गूंजती मनमोहक प्रस्तुतियों से समापन दिवस की शोभा बढ़ाई। नेगी की पारंपरिक गढ़वाली लोक धुनों और शाह की मार्मिक जौनसारी धुनों की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध और आंदोलित कर दिया।
त्यौहार की सांस्कृतिक पच्चीकारी संगीत प्रदर्शन से परे विस्तारित हुई। तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में जनजातीय संस्कृति और शिल्प कौशल की समृद्ध टेपेस्ट्री का प्रदर्शन किया गया। जटिल बुने हुए वस्त्रों से लेकर उत्कृष्ट हस्तशिल्प तक, प्रदर्शन आदिवासी समुदायों की कलात्मक विशेषज्ञता का प्रमाण था।
टीआरआई उत्तराखंड के निदेशक एसएस टोलिया ने महोत्सव की जबरदस्त सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “एएडीआई गौरव महोत्सव हमारी समृद्ध आदिवासी विरासत का उत्सव रहा है, जो कलाकारों और समुदायों को उत्तराखंड की विविध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री का प्रदर्शन करने के लिए एक साथ लाता है। प्रदर्शनों और प्रदर्शनियों ने न केवल मनोरंजन किया है बल्कि शिक्षित भी किया है और हमारी आदिवासी पहचान की विशिष्टता का जश्न भी मनाया है।”
टीआरआई उत्तराखंड के समन्वयक राजीव कुमार सोलंकी ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा, “यह महोत्सव प्यार और समर्पण का श्रम रहा है। दर्शकों के उत्साह और सराहना को देखकर खुशी होती है। हम ऐसे माहौल को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं जो इसे बढ़ावा देता है और संरक्षित करता है।” हमारे जनजातीय समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत।”
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक योगेन्द्र रावत और उत्तराखंड के समाज कल्याण सचिव बी के संत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।