KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर पिछली सरकारों की नीतियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में विकास की जो संभावनाएं थीं, उन्हें पहले की सरकारों की अकर्मण्यता और भ्रष्टाचार ने बाधित कर दिया। मुख्यमंत्री बुधवार को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (UPCDF) के बीच हुए एक महत्वपूर्ण एमओयू कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस एमओयू के तहत अब गोरखपुर, कानपुर और कन्नौज के डेयरी प्लांट्स के साथ-साथ अंबेडकरनगर की पशु आहार निर्माणशाला का संचालन किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रदेश के डेयरी क्षेत्र को सशक्त करना और किसानों को अतिरिक्त आय के अवसर प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा “पूर्ववर्ती सरकारों में योजनाएं केवल बंदरबांट के लिए बनती थीं। किसानों को योजनाओं का कोई वास्तविक लाभ नहीं मिलता था। लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश समग्र विकास की राह पर है।”
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को श्रेय देते हुए कहा कि 2014 के बाद से विकास की परिभाषा बदली है। हर वर्ग को योजनाओं का लाभ मिल रहा है और किसान अब केवल ‘अन्नदाता’ नहीं बल्कि एक सशक्त उद्यमी की भूमिका में भी है।
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि अब हालात बदल चुके हैं। उन्होंने कहा “आज का किसान आत्महत्या नहीं करता, बल्कि आत्मनिर्भर बन रहा है। उसे कृषि के साथ-साथ डेयरी, मत्स्य, पशुपालन जैसे क्षेत्रों में भी प्रोत्साहन और तकनीकी सहयोग मिल रहा है।”
उनके अनुसार, सरकार अब किसानों के साथ खड़ी है, हर मोर्चे पर सहायता देने को तैयार है, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो रही है।
एमओयू के जरिए राज्य सरकार का उद्देश्य न केवल डेयरी सेक्टर का विस्तार करना है, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेयरी सेक्टर में निवेश से गांवों में रोजगार पैदा होगा और किसानों को नियमित आय का स्रोत मिलेगा।