KNEWS DESK- उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश अब आफत बनती जा रही है। राज्य के विभिन्न पहाड़ी जिलों में भूस्खलन, सड़कों के टूटने और बादल फटने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला उत्तरकाशी जिले का है, जहां बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ के पास रविवार सुबह बादल फट गया। इस घटना में एक निर्माणाधीन होटल में काम कर रहे 8 से 9 मजदूरों के लापता होने की खबर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिलाई बैण्ड क्षेत्र में एक निर्माणाधीन होटल साइट पर ये मजदूर टेंट में रहकर काम कर रहे थे। दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच रविवार सुबह बादल फटने की घटना हुई, जिसके बाद मजदूरों का कोई पता नहीं चल पाया है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, मौके पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पहुंच चुकी हैं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
बादल फटने से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) पर कई जगह मलबा आ जाने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग को दोबारा खोलने के लिए संबंधित एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है। सिलाई बैण्ड के पास दो से तीन स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
इसके अलावा नौगांव ब्लॉक और राजगढ़ी तहसील के कुथनौर गांव में भी बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है। वहां ग्रामीणों की कृषि भूमि बर्बाद हो गई है। राहत की बात यह है कि इस क्षेत्र से किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं मिली है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों – देहरादून, ऋषिकेश, रुड़की, रानीखेत, उत्तरकाशी – में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों को पहाड़ी इलाकों की यात्रा से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जलभराव, भूस्खलन और सड़कें बाधित होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
राज्य में लगातार बिगड़ते हालात के मद्देनजर चारधाम यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी कि ऋषिकेश पहुंचे तीर्थयात्रियों को वहीं रोका जा रहा है, जबकि जो यात्री यात्रा पर आगे बढ़ चुके हैं, उन्हें भी सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है।
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