KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए संभल हिंसा और अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखे। सीएम योगी ने संभल में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी है और इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि दंगों की जांच के लिए जल्द ही एक ज्यूडिशियल कमेटी गठित की जाएगी।
संभल में दंगों का पुराना इतिहास
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सच को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सत्य कभी भी छिपाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम भारत के पुराणों में विश्वास करते हैं, और संभल में भगवान विष्णु का दसवां अवतार होने की बात कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के दंगों का इतिहास बताते हुए कहा कि 1947 से लेकर अब तक कई बार यहां दंगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि 1947 में एक व्यक्ति की मौत हुई, 1948 में छह लोगों की हत्या की गई और 1978 में 184 हिंदुओं को जिंदा जला दिया गया। योगी ने कहा, “संभल में दंगे का सिलसिला 1947 से चला आ रहा है और अब तक 209 हिंदू मारे जा चुके हैं।”
हनुमान मंदिर और मूर्तियों का मुद्दा
सीएम योगी ने हाल ही में संभल में 46 साल से बंद पड़े हनुमान मंदिर के ताले खुलने और मंदिर के पास एक कुएं में देवी-देवताओं की मूर्तियों की बरामदगी का उल्लेख किया। उन्होंने इस पर तंज कसते हुए कहा, “मूर्तियों को किसने पाट दिया, और वहां से कैसे मूर्तियां निकल रही हैं?” इसके अलावा उन्होंने कहा कि हरिहर मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया था और भगवान विष्णु के दसवें अवतार की भविष्यवाणी संभल से जुड़ी हुई है।
बाबरनामा पर टिप्पणी, दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा
सीएम योगी ने बाबरनामा का हवाला देते हुए कहा कि वह यह कहता है कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि “संभल में जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब हुआ, और इस पर न्यायिक जांच होगी।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि संभल हिंसा में जो लोग भी दोषी होंगे, उन्हें सख्त सजा मिलेगी। उन्होंने कहा, “दंगों की जांच के लिए ज्यूडिशियल कमेटी का गठन किया जाएगा, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि “किसी निर्दोष को सजा नहीं होगी।”
राम-राम का मुद्दा और सांप्रदायिक संबंध
सीएम योगी ने कहा कि “हम राम-राम का संबोधन करते हैं और अंतिम यात्रा में भी राम-राम सत्य होता है।” उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि राम के बिना किसी का कोई काम नहीं होता और जय श्रीराम उनकी श्रद्धा का नारा है।
मस्जिद के सामने शोभायात्रा पर सवाल
सीएम ने कहा, “जब मंदिर के सामने से जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती?” उन्होंने यह सवाल उठाते हुए कहा कि देश में किसी भी स्थान पर हिंदू-मुसलमान के बीच बंटवारा नहीं होना चाहिए।
कुंदरकी उपचुनाव पर हमला
कुंदरकी उपचुनाव के परिणामों पर सीएम योगी ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि “आपने वहां की जीत को वोट की लूट बताया, लेकिन सच यह है कि वहां के प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई थी।”
सांप्रदायिक दंगों में आई कमी
मुख्यमंत्री ने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2017 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों में 97 प्रतिशत की कमी आई है। 2012 से 2017 के बीच 815 सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिनमें 112 लोगों की मौत हुई थी। सीएम योगी ने इस भाषण के जरिए विपक्ष को न केवल संभल हिंसा को लेकर चुनौती दी, बल्कि प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सरकार के प्रयासों को भी उजागर किया।