KNEWSDESK- छ्त्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक ओर सारी पार्टियां टिकट बंटवारे को लेकर माथापची कर रही हैं। दूसरी ओर नेताओं में भी हलचल जारी है। अब नेता टिकट ना मिलने को लेकर नाराजगी साफ जाहिर कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ कांग्रेस के साथ हो रहा है, जिन नेताओं को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया है। इन उम्मीदवारों के खिलाफ कांग्रेस के बागी नेता निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने बागी नेताओं पर कार्रवाई की है। छह नेताओं को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
कांग्रेस ने कहा कि अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे छह बागी प्रत्याशियों को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है। इसमें जशपुर से प्रदिप खेस , रायगढ़ से शंकर अग्रवाल , मुंगेली से रूपलाल कोसरे, कसडोल से गोरेलाल साहू , रायपुर उत्तर से अजीत कुकरेजा और संजारी बालोद से मीनी साहू को निष्कासित किया गया है।
नेताओं के बगावती तेवर
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस उम्मीदवारों के लिस्ट जारी कर रही है। ऐसे में कई नेताओं को टिकट ना मिलने पर वो अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कोई पार्टी का पद त्याग कर रहा है तो कोई पार्टी को छोड़ रहा है, लेकिन नाराजगी को जाहिर करने का एक ओर रास्ता है, जो नेता टिकट ना मिलने पर अक्सर करते हैं। कांग्रेस के बागी नेताओं ने वही किया। ये नेता कांग्रेस के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गए हैं। अगर एक सीट का उदाहरण दें तो रायपुर निगम में मेंबर , एमआईसी मेंबर अजित कुकरेजा ने बगावत कर दी है। इन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। रायपुर उत्तर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से लगभग 15 सालों से जुड़े हैं। इसी को देखते हुए अब आलाकमान ने इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है।