देश में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, इस उपलक्ष में 15 अगस्त तक सभी स्मारकों में निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था है। पर्यटक निशुल्क अब लाल किला, कुतुब मीनार, जलियांवाला बाग, ताज महल, फतेहपुर सीकरी, आगरा के किले को देख सकते है। अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस जैसे शुभ अवसर पर अपने दोस्तों या परिवारजनों के साथ घूमने की प्लानिंग में है तो, भारतीय इतिहास से जुड़ी इन जगहों पर पक्का जाएं।
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के समीप है। अगर आप प्राप्त समय लेकर स्वर्ण मंदिर देखने जाते है तो जलियांवाला बाग देखने भी जरूर जाएं। इतिहास के पन्नों में जलियांवाला बाग के हत्याकांड का विस्तार से वर्णन किया गया है। इतिहासकारों के मुताबिक 13 अप्रैल 1919 को रोलेट ऐक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे निहत्थे लोगों पर जर्नल डायर ने गोलियां चलवाई थी। इस हमले में 400 लोगों की मौत हुई थी तो वही 2000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हालाँकि, यह केवल सरकारी आँकड़े है। शहीदों की संख्या इससे भी ज्यादा थी। भारतीय इतिहास में यह सबसे बड़ा जघन्य हत्याकांड है। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरोन ने जलियांवाला बाघ यात्रा के दौरान कहा था की यह ब्रिटिश इतिहास की सबसे शर्मनाक घटना थी। आज जलियांवाला बाग में स्मारक है।
प्लासी
प्लासी, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भागीरथी नदी के किनारे है। ब्रिटिश उदय का आगाज प्लासी युद्ध से हुआ था। इस स्थल पर पहली बार 23 जून,1757 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी की सेना और बंगाल के नवाब सिरजूद्दोला के बीच युद्ध हुआ था। यह युद्ध बहुत भयावह था। इस युद्ध में दोनों तरफ से करीब 8 हजार सैनिकों ने हिस्सा लिया था और करीब 1000 सैनिकों की मौत हुई थी। सबसे अधिक नुकसान बंगाल के नवाब सिरजूद्दोला को हुआ था। इस वजह से बंगाल की हार हुई थी। आप इतिहास से रूबरू होने के लिए प्लासी की यात्रा कर सकते है। इसी के साथ पानीपत, कलिंग, प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम स्थल मेरठ समेत देश के कई प्रमुख जगहों की यात्रा कर सकते है।