KNEWS DESK- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर जिले में कुछ दिनों पहले हुई क्रॉस फायरिंग में एक छह माह की बच्ची की मौत के मामले पर बड़ा बयान दिया है| सीएम साय ने कहा कि क्रॉस फायरिंग में गोली से बच्ची की मौत होना काफी गंभीर विषय है| जरूर इस मामले की न्यायिक जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी|
बता दें कि सीएम साय अपने दो दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को बस्तर पहुंचे| इस दौरान हसदेव में जंगल कटाई और बीजापुर जिले में क्रॉस फायरिंग में छह माह की मासूम की मौत पर आदिवासी समाज की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा- आदिवासी समाज बिल्कुल नाराज नहीं है| विधानसभा चुनाव में आदिवासियों ने 18 सीट जिताकर दी हैं| सभी बीजेपी की सरकार से खुश हैं| उन्होंने कहा कि बीजापुर में मासूम बच्ची की मौत होना काफी गंभीर विषय है| मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होंगे, उन पर जरूर कार्रवाई होगी|
वहीं अपने प्रवास के पहले दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री ने जपुरगदलपुर शहर से लगे बुरुंदवाड़ा सेमरा में करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से बने सिरी एमआरसी और समृद्धि एमआरएफ का लोकार्पण किया| साथ ही पूरे बस्तर जिले को 100 करोड़ 42 लाख 28 हजार रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी| इसके अलावा स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 30 करोड़ का लोन वितरण किया| मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं को ई-रिक्शा का वितरण भी किया|
सीएम साय ने जगदलपुर विधानसभा के नगरनार और चित्रकोट विधानसभा के किलेपाल में महाविद्यालय खोलने का ऐलान किया| मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एमआरसी और एमआरएफ सेंटर का उद्घाटन करने के बाद स्वच्छता दीदियों को ई- रिक्शा का विवरण किया| इसके अलावा दिव्यांगजनों को ट्राय साइकिल भी बांटी| इसके बाद आम सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तरवासियों के लिए करीब 100 करोड़ 42 लाख रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण हुआ है|
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा देश के प्रधानमंत्री ने की थी, जिसके कारण देश के हर घर में शौचालय का निर्माण हुआ है| अब शहर में निकलने वाले कचरे का भी उपयोग किया जाता है| उन्होंने कहा कि कचरे को रिसाइकल करके उससे कई चीजें बनाई जा रही हैं| बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में भी अब एमआरसी और एमआरएफ सेंटर खोला गया है, जहां बस्तर की महिलाओं के लिए रोजगार मिलने के साथ कचरे के रीसाइक्लिंग से दैनिक उपयोग के सामान भी बनाए जा सकेंगे| इससे स्वच्छ भारत मिशन का सपना भी साकार होगा|