छत्तीसगढ़: वीर गुण्डाधुर की याद में मनाया गया भूमकाल दिवस, जन नायक को आदिवासी समाज ने दी श्रद्धांजली

रिपोर्ट- आशीष पदमवार

बीजापुर- जिले के विभिन्न स्थानों में 1910 के भूमकाल के जन नायक वीर गुण्डाधुर को याद कर सर्व आदिवासी समाज ने आम सभा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी| इस दौरान सामाजिक एकजुटता और जल जंगल जमीन के संरक्षण और संवर्धन पर चर्चा करते हुए पेशा कानून को कड़ाई से लागू करने पर बल दिया गया|

जिले के भैरमगढ़ के बंगोली में आयोजित कार्यक्रम में जुटे सैकड़ों आदिवासियों ने मांदर – ढोल की थाप के साथ रेलापाटा गीत के साथ 1910 के वीरों की वीरगाथा का वर्णन किया| इस दौरान सर्व आदिवासी समाज ने शासन प्रशासन से हाल ही में नक्सल घटना के दौरान कथित क्रॉस फायरिंग में 6 महीने की मासूम सहित बोडगा गांव के रमेश की मौत की न्यायिक जांच की मांग की|

बीजापुर जिला मुख्यालय के मुसालुर चौक में आयोजित कार्यक्रम में भूमकाल के वीरों को याद करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की गई| इस दौरान सामाजिक एकजुटता सहित वनाधिकार कानून, पेशा, और 5वीं अनुसूची के कड़ाई से पालन करने- कराने में सरकारों की विफलता की आलोचना करते हुए अनुसूचित क्षेत्रों के लिए बनाए गए संवैधानिक अधिकार आदिवासियों को देने, बस्तर में आउट सोर्सिंग के माध्यम से भर्ती पर रोक लगाने, स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता के साथ सरकारी नौकरी में भर्ती करने की मांग की गई|

भोपालपट्टनम के संगमपल्ली मंडी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में भूमकाल के नायकों को याद करते हुए जल, जंगल, जमीन और आदिम संस्कृति के संरक्षण तथा पांचवीं अनुसूची के कड़ाई से पालन करने की मांग की गई|

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