KNEWS DESK- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भव्य उद्घाटन के साथ, भारत की पहली एआई-सपोर्टेड मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश ने अपने पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत इंडस्ट्री-पार्टनर्स और विषय विशेषज्ञों के साथ विशेष सत्रों के माध्यम से की है। इन एक्सपर्ट टॉक्स का उद्देश्य, यूनिवर्सिटी के उस वादे को साकार करना है जिसमें छात्रों को इंडस्ट्री रेडी बनाना प्राथमिकता है और इसी क्रम में सीयू यूपी ने 20 से अधिक ग्लोबल टॉप कंपनियो के साथ एमओयू किए हैं।
इसी क्रम में आयोजित इन सत्रों के ज़रिए छात्रों को न सिर्फ़ इंडस्ट्री की वास्तविक ज़रूरतों की बेहतर समझ दी जा रही है, बल्कि उन्हें विषय से जुड़ी व्यावहारिक दक्षताएँ और भविष्य के लिए आवश्यक 21वीं सदी की स्किल्स भी प्रदान की जा रही हैं ताकि वे अपने करियर की शुरुआत से ही इंडस्ट्री के लिए पूरी तरह से तैयार और सक्षम हों।
राष्ट्रीय संस्थानों, मल्टीनेशनल कंपनियों और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों से आए विशेषज्ञों को एक ही मंच पर एकत्र कर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश ने छात्रों को पहले दिन से ही इंडस्ट्री के अनुकूल तैयार करने की दिशा में एक सशक्त और निर्णायक कदम उठाया है।

स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में “कम्युनिकेशन और फ्यूचर जॉब्स” पर विशेष सत्र का आयोजन
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा “कम्युनिकेशन के बदलते ट्रेंड और फ्यूचर जॉब्स” विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। सत्र के दौरान यह विस्तार से बताया गया कि कैसे हार्ड स्किल्स, सॉफ्ट स्किल्स और पावर स्किल्स न केवल वर्तमान जॉब मार्केट में अहम हैं, बल्कि भविष्य की नौकरियों में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस अवसर पर बिज़नेस स्टैंडर्ड, दिल्ली के रीजनल हेड मार्केटिंग श्री श्रिष मुद्गल ने छात्रों को संबोधित किया और अपने अनुभवों के ज़रिए कम्युनिकेशन और इंडस्ट्री स्किल्स की बदलती ज़रूरतों पर प्रकाश डाला।
इसरो वैज्ञानिक ने छात्रों से साझा की भारत के अंतरिक्ष मिशनों की वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में इसरो, लखनऊ सेंटर के वैज्ञानिक श्री कमलेश कुमार शर्मा ने “अंतरिक्ष मिशन के वर्तमान और भविष्य” विषय पर विशेष सत्र में छात्रों से संवाद किया।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में उन्होंने भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी में हो रहे नवीनतम बदलावों, हालिया मिशनों और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। सत्र का उद्देश्य छात्रों को स्पेस रिसर्च के क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमताओं से अवगत कराना और उन्हें इस दिशा में संभावित करियर विकल्पों की जानकारी देना था।
एमबीए छात्रों के लिए “21वीं सदी की स्किल्स और इंडस्ट्री की अपेक्षाएं” विषय पर विशेष सत्र का आयोजनः चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश में एमबीए छात्रों के लिए आयोजित एक विशेष सत्र में फ्रेडी जोसेफ वेल्सपथी, सीनियर बिजनेस मैनेजर एजुकेशन, एसएएस इंस्टीट्यूट इंडिया पीवीटी. एलटीडी ने “21वीं सदी की वो स्किल्स, जिनकी इंडस्ट्री को मैनेजर्स से उम्मीद है” विषय पर अपनी बात रखी।
उन्होंने इंडस्ट्री में डाटा एनालिटिक्स, AI-इंटीग्रेटेड टूल्स और टेक-ड्रिवन निर्णय क्षमता की बढ़ती भूमिका पर विशेष ज़ोर देते हुए छात्रों को इन क्षेत्रों में दक्षता विकसित करने की प्रेरणा दी। यह सत्र छात्रों को भविष्य की मैनेजमेंट जॉब्स के लिए आवश्यक स्किल्स की समझ देने और उन्हें इंडस्ट्री रेडी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
कैरियर गाइडेंस से लेकर टेक्नोलॉजी तकः छात्रों के लिए बहुआयामी विशेषज्ञ सत्र
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश में आयोजित विशेष सत्रों की श्रृंखला के तहत, बीबीए और बीकॉम छात्रों के लिए श्री फ्रेडी जोसेफ वेल्सपथी, सीनियर बिज़नेस मैनेजर, एजुकेशन, एसएएस इंस्टिट्यूट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने “क्लासरूम से करियर तक की तैयारी” विषय पर मार्गदर्शन किया। उन्होंने एआई-संबंधित इंडस्ट्री में उभरते करियर विकल्पों और उनके लिए आवश्यक स्किल्स पर प्रकाश डाला।
इसी क्रम में, इंजीनियरिंग छात्रों के लिए “ड्रोन टेक्नोलॉजी” पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध टेक्नोलॉजिस्ट श्री मिलिंद राज, जिन्हें “ड्रोन मैन ऑफ इंडिया” के नाम से जाना जाता है, ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने ड्रोन टेक्नोलॉजी में हो रहे अत्याधुनिक नवाचारों और उनके विविध उपयोगों की जानकारी साझा की, जिससे छात्रों को इस क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं की स्पष्ट दिशा मिली।
वहीं, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी यूपी के फ्यूचर ओरिएंटेड विज़न को साकार करते हुए, डॉ. अनुज शर्मा, एसोसिएट डीन – इनोवेशन, एकेटीयू ने “इंजीनियरिंग द फ्यूचरः इनोवेशन एंड इंडिया @2047” विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा इंजीनियरों से आह्वान किया कि वे भारत के तकनीकी लक्ष्यों से स्वयं को जोड़ें और इनोवेशन को अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाकर राष्ट्र निर्माण की दिशा में अग्रसर हों।
इंडस्ट्री-रिलेटेड स्किल्स पर खास सत्रः आईआईएम और ग्रांट थॉर्नटन के विशेषज्ञों ने दी जानकारीः चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित विशेष सत्र में आईआईएम लखनऊ के प्रोफेसर डॉ. अरुणाभ मुखोपाध्याय ने “लेवरेजिंग एआई, ब्लॉकचेन एंड द मेटावर्स फॉर कॉम्पेटिटिव एडवांटेज” विषय पर छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और मेटावर्स जैसी तकनीकें न केवल बिज़नेस, बल्कि गवर्नेस के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकती हैं।
इसी कड़ी में, ग्रांट थॉर्नटन भारत के सहयोग से एक इंडस्ट्री-पावर्ड सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें रोहित गुप्ता, डायरेक्टर, और मुस्कान खन्ना, मैनेजर, ने हिस्सा लिया।
फिनटेक इंडस्ट्री में करियर की संभावनाएः “नैविगेटिंग द न्यू एज ऑफ फाइनेंस इन फिनटेक”
विषय पर बोलते हुए रोहित गुप्ता ने छात्रों को बताया कि किस प्रकार फिनटेक इंडस्ट्री में करियर के नए और रोमांचक रास्ते खुल रहे हैं। उन्होंने सीयू-यूपी और ग्रांट थॉर्नटन के बीच हुए एमओयू की प्रमुख विशेषताओं को साझा किया, जिसके अंतर्गत छात्रों को इंडस्ट्री एक्सपोज़र और प्रैक्टिकल लर्निंग के शानदार अवसर मिलेंगे।
एसीसीए छात्रों के लिए स्पेशल गाइडेंसः “पाथवे टू एसीसीए” सत्र में मुस्कान खन्ना ने एसीसीए की पढ़ाई के सभी चरणों पंजीकरण से लेकर क्वालिफिकेशन तक की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस एमओयू के अंतर्गत छात्रों को ट्रेनिंग, गाइडेंस और करियर सपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इन सभी सत्रों ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश की उस सोच को और मजबूत किया है, जो शिक्षा को इंडस्ट्री से जोड़ने और छात्रों को शुरुआत से ही प्रोफेशनली तैयार करने की दिशा में कार्य कर रही है।
प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ हो रहा है तकनीकी और व्यावसायिक जुड़ावः चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
उत्तर प्रदेश के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. थिपेन्द्र पी. सिंह ने कहाः “सीयू यूपी का उद्देश्य है कि छात्रों को उनके विषयों से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और ट्रेंड्स से शुरुआत से ही अवगत कराया जाए। इसी दिशा में एक्सपर्ट टॉक्स, सेमिनार्स और हैंड्स-ऑन सेशंस की एक सतत श्रृंखला प्रतिदिन आयोजित की जा रही है। इन सत्रों का संचालन इसरो, रोबोज़, माइक्रोसॉफ्ट, केपीएमजी, क्विक हील्स, एसएएस, और आईआईएम, आईआईटी, एकेटीयू जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक व तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है। औपचारिक शिक्षण के आरंभ से पहले ही छात्र अपने विषयों की गहराई से समझ प्राप्त कर रहे हैं, जो उनके करियर और समग्र विकास की दृष्टि से अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।”