रिपोर्ट – चंद्रसैन कश्यप
उत्तराखंड – रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय की एक महिला चिकित्सक के खिलाफ जांच के उपरांत कोतवाली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है ।
प्रपत्र लाने के बाद ही इलाज करने की कही बात
आपको बता दें कि मोहल्ला खताडी निवासी रिजवान के डेढ़ वर्ष के पुत्र अब्दुल कादिर का स्वास्थ्य पिछले वर्ष 16 सितंबर को खराब हो गया था इसके बाद रिजवान अपने पुत्र को उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल ले गया था, उसका आरोप है कि उसके पुत्र की हालत ज्यादा खराब थी लेकिन चिकित्सालय में मौजूद चिकित्सकों द्वारा उसे बच्चों का आधार कार्ड व अन्य प्रपत्र लाने के बाद ही इलाज करने की बात कही गई |
उपचार में की गई लापरवाही
उसका आरोप है कि उसने चिकित्सकों से कहा कि आप मेरे पुत्र का इलाज शुरू कर दो मैं जो कागज आप कहोगे ला रहा हूं लेकिन इसी बीच कुछ देर बाद उसके पुत्र की मौत हो गई | रिजवान का आरोप है कि इस बीच उसके साथ अभद्रता भी की गई तथा उपचार में लापरवाही की गई | जिसको लेकर उसने चिकित्सालय की महिला चिकित्सक डॉ पूजा बिष्ट पर अपने पुत्र के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी थी |
प्रकरण की पूरी जांच के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई
मामले में शुक्रवार को कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि इस मामले में उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल को पत्र भेजा गया था | जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा चिकित्सकों की एक जांच कमेटी बनाई गई थी | जिसके द्वारा इस प्रकरण की पूरी जांच के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई | कोतवाल ने बताया कि जांच रिपोर्ट में चिकित्सक की लापरवाही सामने आने के बाद कोतवाली में महिला चिकित्सक के खिलाफ धारा 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है साथ ही उन्होंने कहा कि मामले की अभी जांच की जा रही है।