बलरामपुर में छांगुर बाबा के ‘धर्मांतरण महल’ पर चला बुलडोजर, ATS की कार्रवाई में हुए चौंकाने वाले खुलासे

KNEWS DESK-  उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर बुलडोजर कार्रवाई के दौरान कई रहस्यमयी और सनसनीखेज सामान बरामद हुए हैं। विदेशी फंडिंग से तैयार इस कोठी में चल रहे ‘धार्मिक जाल’ का पर्दाफाश अब तेज़ी से सामने आ रहा है।

छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को कुछ दिन पहले लखनऊ के एक होटल से यूपी ATS ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद दोनों से पूछताछ में धर्मांतरण से जुड़े एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जो गरीब हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराने का काम करता था।

बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान कोठी से जो चीजें मिलीं, उसने प्रशासन और पुलिस को भी हैरान कर दिया-

  • टॉनिक दवाएं और विदेशी ब्रांड के शैंपू, तेल व साबुन

  • ‘अस्वी बुटीक’ नाम की बिल बुक, जिससे महिला नेटवर्किंग की पुष्टि होती है

  • विदेशी मुद्रा और संदिग्ध कागजात

  • धार्मिक पुस्तकों के अलावा कुछ गुप्त नोट्स और फोटो एल्बम

  • फंडिंग से जुड़े दस्तावेज, जो विदेशी नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं

यह आलीशान कोठी अवैध निर्माण के तहत बनाई गई थी, जिसे लेकर पहले तीन बार नोटिस जारी किए गए, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई शुरू की।

छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नसरीन मिलकर मजहबी जाल बिछाते थे।

  • नीतू उर्फ नसरीन गरीब हिंदू लड़कियों से पहले दोस्ती और आर्थिक मदद का झांसा देती थी।

  • फिर उन्हें ‘चमत्कारी बाबा’ यानी छांगुर बाबा से मिलवाया जाता।

  • बाबा के ‘चमत्कार’ और नसरीन की कहानी – “मुसलमान बनने के बाद मेरी जिंदगी बदल गई” – के जरिए लड़कियों को प्रभावित किया जाता था।

  • धीरे-धीरे लड़कियों को इस्लाम कबूल करवाया जाता, फिर उनके परिवार को भी टारगेट किया जाता।

प्रशासन का कहना है कि यह गिरोह सोची-समझी रणनीति के तहत समुदाय विशेष को बदलने का काम कर रहा था, जिसकी जड़ें विदेशी फंडिंग और कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ी हो सकती हैं।

बलरामपुर प्रशासन ने बताया कि “यह सिर्फ एक अवैध निर्माण नहीं, बल्कि धर्मांतरण का अड्डा था। इस पूरे नेटवर्क की आर्थिक, सामाजिक और विदेशी कनेक्शन की जांच शुरू हो गई है। छांगुर बाबा के मोबाइल, लैपटॉप और कोठी में लगे CCTV फुटेज को कब्जे में लिया गया है।” यूपी पुलिस और ATS मिलकर इस केस की बहुस्तरीय जांच कर रही हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से भी इसे गंभीरता से लिया गया है।

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