रिपोर्ट – मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी – उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले से एक बार फिर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। यहां पुलिस को सूचना मिली कि दो पास्टर गांव में ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर हिंदू से ईसाई धर्म में परिवर्तन करवा रहे हैं।
मूर्ति की पूजा करने से किया गया मना
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले से एक बार फिर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है| यहां पुलिस को सूचना मिली कि दो पास्टर गांव में ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर हिंदू से ईसाई धर्म में परिवर्तन करवा रहे हैं | धर्म परिवर्तन के इस मामले की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगों को ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा में ले जाया गया था। जहां उन्हें किसी भी मूर्ति की पूजा करने से मना किया गया है। जिसके बाद से उन लोगों ने हिंदू धर्म के भगवानों की पूजा छोड़ और ईसाई धर्म अपना लिया है। यह सुनकर पुलिस के होश उड़ गए और जांच पड़ताल के बाद दो पास्टर को धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में गिरफ्तार किया, साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इनका जाल कहां तक फैला है और इनका कोई संबंध पूर्व में आए धर्म परिवर्तन के मामले से तो नहीं।
इलाज के बहाने किया लोगों का ब्रेन वाश
ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहे थे। यह दोनों महिलाओं समेत कई ग्रामीणों को इसाई धर्म की प्रार्थना सभा में इलाज के बहाने ले जाते थे और उनका ब्रेन वाश करवा रहे थे। सूचना मिलते ही तत्काल बाराबंकी की सीओ सिटी डॉ. बीनू सिंह और जहांगीराबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक अजीत विद्यार्थी समेत भारी पुलिसबल मौके पर पहुंचा। सीओ सिटी डॉ. बीनू सिंह ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो गांव की महिलाओं ने बताया की प्रार्थना सभा में उन्हें बताया गया है कि किसी भी मूर्ति की पूजा न करें। इसलिए अब हम लोग किसी भी मूर्ति के पास नहीं जाते हैं।
धर्म परिवर्तन के इस काले खेल की जब गहनता से जांच-पड़ताल शुरू
वहीं ग्रामीणों की यह बात सुनकर सीओ सिटी डॉक्टर बीनू सिंह समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिस कर्मियों के होश हो गए। सीओ सिटी डॉ बीनू सिंह ने बताया कि पुलिस ने धर्म परिवर्तन के इस काले खेल की जब गहनता से जांच-पड़ताल शुरू की, तो कासगंज जिले के योगेश और बाराबंकी में देवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले माती के सुजीत नाम के दो लोगों के नाम सामने आए। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन दोनों पास्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उनको गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इन दोनों आरोपी योगेश और सुजीत के पास से ईसाई धर्म की किताबें और तमाम अन्य साहित्य भी बरामद किया है। पुलिस सीडीआर और कॉल डिटेल्स की जांच करके यह भी पता कर रही है कि इनका जाल कहां तक फैला है और इनका कोई संबंध पूर्व में आए धर्म परिवर्तन के मामले से तो नहीं है।