डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही बिहार में सरगर्मी तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जहां चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाएं थे, वहीं चुनाव आयोग ने सवाल उठाने वालों से स्पष्टीकरण मांगा था। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर चुनाव आयोग को कठघरे में रखा है। तेजस्वी यादव ने कड़ शब्दों में चुनाव आयोग से सवाल किया है कि वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में आधार कार्ड मान्य क्यों नहीं? इसके साथ ही बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया पर चुनाव आयोग से कई सवाल पूछे और आरोप लगाया कि आयोग भ्रमित और राजनीतिक दबाव में है।
तेजस्वी ने की वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण रोकने की मांग
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे और अन्य विपक्षी नेता वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को लेकर चुनाव आयोग (पटना) गए थे और अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। दिल्ली में भी विपक्ष के नेता चुनाव आयोग गए थे। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को रोक दिया जाए और यह काम चुनाव के बाद कराया जाए।
आदेश अपने आप में विरोधाभासी
तेजस्वी ने कहा कि आयोग ने तीन अलग-अलग आदेश जारी किए, जो आपस में विरोधाभासी हैं। विज्ञापन कुछ और कहते हैं, जबकि आधिकारिक आदेश कुछ और कहते हैं। उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि विज्ञापन में कहा गया कि बिना दस्तावेज भी गणना प्रपत्र जमा किया जा सकता है, लेकिन आदेश में इसके विपरीत बात है। अगर नया वोटर कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड मान्य है, तो पुनरीक्षण प्रक्रिया में इसे क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है? उन्होंने चुनाव आयोग से शंकाओं का बिंदुवार जवाब और पारदर्शिता की मांग की। उन्होंने यह भी पूछा कि इस पुनरीक्षण कार्य में लगे लोग कौन हैं सरकारी कर्मचारी हैं या निजी एजेंसी से हैं? आयोग को उनकी सूची सार्वजनिक करनी चाहिए।
9 जुलाई को चक्का जाम करेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने घोषणा की कि 9 जुलाई को पूरे बिहार में चक्का जाम किया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भी इस आंदोलन में शामिल होंगे।