भिंडी के लिए हत्या… दाम को लेकर हुआ विवाद बना मौत की वजह, छह महीने बाद बुजुर्ग ने तोड़ा दम

डिजिटल डेस्क- बिहार के नालंदा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। भिंडी के दाम को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद आखिरकार छह महीने बाद मौत में बदल गया। 19 मई को नेमचंद बाग गांव में भिंडी बेच रहे 55 वर्षीय चनीरक मांझी पर हुए जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग ने मंगलवार देर रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक 19 मई की सुबह चनीरक मांझी अपने घर के पास भिंडी बेच रहे थे। उसी दौरान गांव के ही अनिल केवट, सोनू केवट, अखिलेश यादव और बबन केवट सहित कई लोग भिंडी खरीदने पहुंचे। जब चनीरक ने भिंडी का दाम 20 रुपये किलो बताया, तो आरोपियों ने 10 रुपये किलो देने की बात कही। चनीरक मांझी ने कम दाम में भिंडी बेचने से इनकार कर दिया, जिसके बाद आरोपी वहां से लौट गए। लेकिन थोड़ी ही देर बाद स्थिति अचानक बिगड़ गई। इन लोगों ने करीब दो दर्जन ग्रामीणों को इकट्ठा किया और चनीरक मांझी के घर पर धावा बोल दिया।

फायरिंग, हमला और गंभीर चोटें

हमलावरों ने पहले घर के बाहर फायरिंग की और फिर लाठी-डंडों से चनीरक मांझी पर हमला कर दिया। घटना में उन्हें सिर पर गहरी चोटें आईं, जबकि हाथ-पैर भी बुरी तरह टूट गए। परिजनों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया। पहले कल्याण बीघा अस्पताल, फिर बिहार शरीफ मॉडल अस्पताल और अंत में बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया। मई से लेकर अब तक उनका इलाज चल रहा था, लेकिन गंभीर चोटों के कारण मंगलवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।

छह महीने पुराने विवाद में मौत के बाद बड़ा मोड़

चनीरक मांझी की मौत के बाद इस मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। पुलिस ने बताया कि छह महीने पहले दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया था और कई आरोपियों को कोर्ट में पेश भी किया जा चुका है। अब चनीरक मांझी की मौत के बाद केस में धारा बढ़ाई जा रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई हत्या की सुसंगत धाराओं में की जाएगी। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि महज 10 रुपये प्रति किलो के विवाद में किसी की जान जाना बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है कई गांव वाले अभी भी इस बात को लेकर स्तब्ध हैं कि एक मामूली सब्जी के दाम को लेकर इतना बड़ा खून-खराबा हो सकता है। पुलिस लगातार गांव में स्थिति पर नजर रखे हुए है।