शिव शंकर सविता- बिहार के जमुई जिले में देर रात एक बड़ा रेल हादसा हो गया, जिसने पूर्व मध्य रेलवे के परिचालन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया. झाझा–जसीडीह मुख्य रेलखंड पर सीमेंट से लदी एक मालगाड़ी अचानक पटरी से उतर गई, जिसमें करीब 19 डिब्बे बेपटरी हो गए. इनमें से 10 डिब्बे सीधे पुल से नीचे बरुआ नदी की ओर जा गिरे. हादसा सिमुलतला से सटे टेलवा हॉल्ट के पास बरुआ नदी पुल पर रात करीब 11:25 बजे हुआ. जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना आसनसोल रेल मंडल के अंतर्गत पुल संख्या 676 और पोल संख्या 344/18 के पास हुई. मालगाड़ी जसीडीह से झाझा की ओर जा रही थी, तभी तेज आवाज के साथ एक के बाद एक डिब्बे पटरी से उतरते चले गए. हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई और स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े
कई ट्रेनें रोकी गई, कई के रास्ते डायवर्ट
मालगाड़ी में बड़ी मात्रा में सीमेंट लोड था. डिब्बों के पुल से नीचे गिरते ही सीमेंट के बोरे फट गए और पुल के आसपास सफेद धूल और मलबा फैल गया. इससे न सिर्फ पुल संरचना को नुकसान पहुंचा, बल्कि रेल पटरी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. इस दुर्घटना के चलते अप और डाउन दोनों लाइनों पर रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. किउल–जसीडीह रेलखंड पर चलने वाली कई यात्री और मालगाड़ियां अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दी गई हैं. कुछ ट्रेनों को डायवर्ट किया गया, जबकि कई को रद्द करना पड़ा. यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ और असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
कोई जानमाल की हानि नहीं
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया. रेल पुलिस, आरपीएफ और रेलवे के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. झाझा और जसीडीह से विशेष दुर्घटना राहत ट्रेन (ART) और भारी क्रेन मशीनरी घटनास्थल पर भेजी गई है. डिब्बों को हटाने और ट्रैक को साफ करने का काम युद्धस्तर पर जारी है. राहत की बात यह है कि इस भीषण हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी के चालक और गार्ड पूरी तरह सुरक्षित हैं. फिलहाल दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है. शुरुआती तौर पर तकनीकी खराबी या ट्रैक में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है.