बिहारः कुछ दिन दिखा था सांप, फिर उसी जगह दिखा चमकीला पत्थर, लोगों ने किया नागमणि होने का दावा, पुलिस जांच में जुटी

डिजिटल डेस्क- पहले के समय में बुजुर्ग नागमणि होने का दावा करते थे। इसके अलावा भी कई कथाओं और फिल्मों में भी नागमणि के बारे में दिखाया और बताया गया है। इसके साथ ही आधुनिक विज्ञान नागमणि होने के दावे को गलत बताता है और किसी भी प्रकार के नागमणि होने की बात से लगातार इंकार करता रहा है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक विद्यालय में ऐसा ही एक चमकीला पत्थर मिला, जिसके बाद उसके नागमणि होने का दावा किया जाने लगा। धीरे-धीरे ये बात आग की तरह पूरे जिले और आसपास के जिले में फैल गई। लोगों को खबर लगते ही लोगों का जमावड़ा नागमणि को देखने के लिए लग गया। जब भीड़ बढ़ती गई तो किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उस चमकीले पत्थर को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही नागमणि के दावे की सच्चाई सामने आ जाएगी।

उसी जगह कुछ दिन पहले दिखा था सांप

दरअसल, कुछ दिन पहले स्कूल में एक सांप दिखा था। इसके बाद एक छात्रा को चमकदार पत्थर मिला। उसने उसे नागमणि समझकर शिक्षिका संजू कुमारी को दे दिया। शिक्षिका ने पत्थर को अपने पास रख लिया और घर लेकर चली गई। तीन दिन बाद ग्रामीणों को पता चला कि स्कूल में नागमणि मिली है। वे शिक्षिका से पत्थर मांगने लगे। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने स्थिति को संभाला और शिक्षिका से पूछताछ की।

पुलिस पता लगाने में जुटी

उप प्रधानाचार्य रविरंजन कुमार ने कहा कि शिक्षिका को पत्थर स्कूल प्रशासन को देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि स्कूल को जब इसकी जानकारी मिली तो शिक्षिका को वह पत्थर वापस लाकर देने को कहा गया। वहीं, पुलिस पत्थर की जांच कर रही है। वे पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह नागमणि है या कुछ और।